Skill Development News झारखंड सरकार ने एचसीएल के साथ करार कर प्लेसमेंट लिंक्ड स्किल ट्रेनिंग कार्यक्रम की शुरुआत की है. यह करार सरकार के श्रम विभाग की ओर से किया गया है. साल 2022 में इस कार्यक्रम से 12 सौ युवाओं को जोड़ने की योजना बनायी गयी है. इस कार्यक्रम के तहत युवाओं को ट्रेंड करने का यह दूसरा साल है. साल 2021 में 220 युवाओं को सरकार के इस रोजगारवर्धक कार्यक्रम से जुड़ कर आइटी सेक्टर में काम कर रहे हैं. साल 2022 के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है.
इच्छुक छात्र-छात्राएं निम्न लिंक पर अपना पूर्व से निबंधन कर सकते हैं. registrations.hcltechbee.com पर रजिस्ट्रेशन के बाद मैथ्स, इंग्लिश, रीजनिंग और निबंध राइटिंग में ऑनलाइन टेस्ट के बाद सफल अभ्यर्थी इंटरव्यू में शामिल होंगे. इसके उपरांत उनका चयन होगा. इच्छुक छात्र-छात्राओं को श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण, कौशल विकास विभाग, झारखंड सरकार के निम्न पोर्टल पर निबंधन करना अनिवार्य है. https://rojgar.jharkhand.gov.in/register साथ ही छात्र-छात्राएं इन हेल्पलाइन नंबर 08069000510 पर कॉल कर सकते हैं.
सफल अभ्यर्थी का क्लासरूम प्रशिक्षण पहले छह माह ऑनलाइन होगा. जहां अभ्यर्थी कम्यूनिकेशन और तकनीकी स्किल सिखाया जायेगा. इस ट्रेनिंग के दौरान कंपनी उम्मीदवार को 650 रुपये महीने देगी. ट्रेनिंग पूरा होने के बाद अगले छह महीने इंटर्नशिप करने हेतु एचसीएल के किसी भी कार्यालय में जाना होगा. वहां अभ्यर्थी लाइव प्रोजेक्ट पर काम करेंगे. इस दौरान एचसीएल छात्रों को मासिक 10 हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान करती हैं, ताकि हर आयवर्ग के बच्चे इस कार्यक्रम का लाभ ले सकें. एक वर्ष का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करने के उपरांत अभ्यर्थी एचसीएल के कर्मी बन जाते हैं, जो कंपनी के पेरोल पर होते हैं. प्रथम वर्ष का पैकेज 1.70 लाख से 2.20 लाख रुपये के बीच होता है. इसके बाद परफॉर्मेंस के अनुसार वेतन में बढ़ोत्तरी होती है.
इस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए 12वीं साइंस संकाय में मैथ्स एवं कॉमर्स संकाय में बिजनेस मैथ्स के साथ होना जरूरी है. साथ ही अंकों का प्रतिशत 60 होना चाहिए. सेलेक्टेड स्टूडेंट्स जो कोर्स कराये जाते हैं, वे बिट्स पिलानी, एमिटी समेत अन्य यूनिवर्सिटी से होता है. साल 2022 में 12 वीं की परीक्षा में शामिल वैसे उम्मीदवार जो मैथ्स, बिजनेस मैथ्स, अप्लाइड मैथ्स लेकर परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे औपबंधिक तौर पर योग्य हैं.