पूर्वी सिंहभूम, गौरव पाल. पश्चिम बंगाल के खेमाशुली स्टेशन के पास गुरुवार को दूसरे दिन भी रेलवे ट्रैक और हाईवे जाम है. इस दौरान खेमाशुली से 50 किलोमीटर बरसोल तक करीब सैकड़ों गाड़ियां जाम में फंसी रही. 55 घंटे से कुड़मी जनजाति के जस्टिफिकेशन बिल को केंद्र सरकार के पास भेजने, जाति को एसटी में शामिल करने व कुड़मी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी कुड़मी समाज के बैनर तले हजारों लोगों ने बीते बुधवार की सुबह 6 बजे से ही रेलवे ट्रैक और हाईवे-49 को अनिश्चितकाल के लिए जाम कर रखा है. इसके कारण इस रेल व सड़क मार्ग पर परिचालन ठप है.
80 से अधिक ट्रेन रद्द
80 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. जबकि कई ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाना पड़ रहा है. बरसोल से खेमाशूली तक हाईवे पर सैकड़ों वाहन खड़े हैं. अनेक यात्री बसें भी जाम में फंसी हुई है और यात्रीगण परेशान हैं. आंदोलनकारी ट्रैक और हाईवे से हटने का नाम नहीं ले रहे हैं. आंदोलनकारी ट्रैक और हाईवे पर सोए हुए हैं. ट्रैक और हाईवे पर आंदोलनकारी रात भर पूजा कर रहे हैं और धमसा और मांदर लेकर नृत्य कर रहे हैं. हजारों महिला और पुरुष वहां पर जुटे हुए हैं. यहां तक की आंदोलनकारी किसी भी प्रशासनिक पदाधिकारी की बात भी नहीं सुन रहे हैं. रांची से कोलकाता यात्री बसों का परिचालन नहीं हो रहा है. सैकड़ों वाहन जाम में फंसे हैं.
झाड़ग्राम बना बंधक, जिला घुसने के रास्ते बंद
आंदोलन का दूसरे दिन भी जारी रहने से सैकड़ों ट्रकों में मछलियां, सब्जियां, फूल, दूध आदि बर्बाद हो गए हैं. वहीं झाड़ग्राम जिला पूरी तरह से बंधक बना हुआ है. जिले में घुसने का हर रास्ता बंद कर दिया गया है. पश्चिम बंगाल से सटे झारखंड के बहरागोड़ा, बरसोल, चाकुलिया और घाटशिला अनुमंडल आंदोलन की वजह से काफी प्रभावित है. खेमासोली रेलवे स्टेशन तीसरे दिन भी जाम है. रेलवे के साथ-साथ हाईवे को भी आंदोलनकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है. झाड़ग्राम के पास लोधासोली हाईवे तीन दिनों से जाम है.
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वर्ष 2022 में भी रेलवे ट्रैक व एनएच किया था जाम
जानकारी हो कि वर्ष 2022 में भी इन्हीं मांगों को लेकर कुड़मी समाज ने खेमाशुली स्टेशन पर अनिश्चितकाल के लिए रेलवे ट्रैक और हाईवे को जाम किया था. 20 सितंबर से 25 सितंबर तक रेलवे ट्रैक और एनएच को जाम किया गया था. उसके बाद बंगाल सरकार द्वारा आश्वासन मिलने के बाद जाम हटी थी. इसके कारण एक ओर जहां रेलवे को भारी नुकसान हुआ था, वहीं आम जनता भी काफी परेशान हुई थी.
ट्रक चालकों का बुरा हाल , ढाबा मालिकों ने कर दिया है भोजन का दूगुना दाम
हाईवे पर खड़े बरसोल थाना के पास दूध की पैकेट लेकर पूना से कोलकाता जा रहे ट्रक के चालक दिलीप बाग ने बताया कि जाम की वजह से बीते बुधवार से फंसे हुए हैं. ट्रक पर लदे दूध का पैकेट खराब होने लगा है. इस परिस्थिति में मालिक को काफी नुकसान का सामना करना. कल तक अगर जाम नहीं खुला तो दूध का पैकेट से दुर्गंध आने लगेगा. कई सारे संचालकों ने कहा हम लोग के पास खाना का कोई प्रबंध नहीं है. होटल में भोजन करने जा रहे हैं तो भोजन का दुगना दाम देकर भोजन करना पड़ रहा है. हम सभी ट्रक के चालक काफी परेशानी में पड़े हुए हैं.