रांची : नेशनल मेडिकल कमीशन ने पलामू और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में नामांकन के लिए मंजूरी दे दी है. इससे संबंधित पत्र एक-दो दिनों में झारखंड पहुंच जायेगा. अब वर्ष 2021-22 के इसी शैक्षणिक सत्र के लिए दोनों संस्थानों में कुल 100-100 सीटों पर नामांकन हो सकेगा. इसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने की. वह झारखंड मेडिकल एसोसिएशन के कार्यक्रम में शामिल होने आये थे.
नेशनल मेडिकल कमीशन के अंतर्गत कार्यरत मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड ने कॉलेज के निरीक्षण तथा सामने आयी कमियों को शीघ्र दूर करने के लिए कॉलेज प्रबंधन द्वारा अंडरटेकिंग देने के बाद नामांकन की अनुमति की अनुशंसा कर दी. इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से एडिशनल चीफ सेक्रेट्री की बातचीत हुई है.
एक-दो दिनों में मान्यता संबंधी पत्र प्राप्त हो जायेगा. यहां बता दें कि दुमका के फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज को हाल ही में मान्यता मिली थी. मेडिकल काउंसिल ने विभिन्न कमियां गिनाते हुए पिछले वर्ष इन सभी कालेजों में नामांकन पर रोक लगा दी थी. अब इसके बाद छह अन्य मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव विचाराधीन है. इनमें दो निजी क्षेत्र से हैं.
झारखंड में रिम्स (रांची), पीएमसीएच (धनबाद) व एमजीएम (जमशेदपुर) मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की शिक्षा दी जा रही है, 2019 में रघुवर सरकार के कार्यकाल में तीन नये मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की गयी थी. इन कॉलेजों को हजारीबाग, पलामू और दुमका में खोलना था. एमसीआई ने तीनों मेडिकल कॉलेजों को मापदंडों को पूरा नहीं करने के कारण मान्यता देने से इंकार कर दिया था.
राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में 730 सीट उपलब्ध है. इनमें अब पलामू और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की 200 सीट का इजाफा हो जायेगा. रिम्स में 180, एमजीएम में 100, पीएमसीएच में 50, एम्स देवघर में 100(ऑल इंडिया कोटा के तहत एडमिशन की प्रक्रिया), दुमका मेडिकल कॉलेज में 100, मणिपाल मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर में 100, लक्ष्मी चंद्रवंशी मेडिकल कॉलेज विश्रामपुर में 100 सीट है.
Posted By : Sameer Oraon