सुनील चौधरी, रांची : ग्लोबल हेल्थ जर्नल ‘द लैंसेट’ के सर्वे के अनुसार, कोरोना संक्रमण फैलने के लिहाज से झारखंड देश का चौथा सबसे अधिक संवेदनशील राज्य है. झारखंड से अधिक खतरा पड़ोसी राज्य बिहार के अलावा मध्यप्रदेश और तेलंगाना में है. यह रैकिंग देशभर के राज्यों की सामाजिक-आर्थिक हालात, भौगोलिक स्थिति,आवास और स्वच्छता,महामारी और स्वास्थ्य सुविधा के आधार पर की गयी है.
‘द लैसेंट’ ने अपनी रिपोर्ट 16 जुलाई को प्रकाशित की है. इसमें नौ राज्यों बिहार, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, यूपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और गुजरात में सूचकांक(इंडेक्स) का अध्ययन किया गया. इसमें परसेंटाइल मेथड का इस्तेमाल किया गया है. इन राज्यों का सूचकांक 0.75 से अधिक है, जिसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है.
रिपोर्ट में भविष्य में कोरोना संक्रमण फैलने के लिए संवेदनशील राज्यों और जिलों की रैकिंग की गयी है. झारखंड के देवघर जिला को कोरोना संक्रमण के लिहाज से देश के 20 संवेदनशील जिलों में शामिल किया गया है. इसे देश का 10वां सबसे अधिक संवेदनशील जिला बताया गया है.
देवघर का कुल सूचकांक 0.986 है. वहीं, बिहार के दरभंगा जिले का सूचकांक एक के करीब है. यह देश में सबसे अधिक खतरेवाला जिला है. इधर, देवघर में अब तक कुल 119 संक्रमित मिले चुके हैं, जबकि कुल एक्टिव केस की संख्या 56 है. देवघर से ज्यादा खतरनाक जिलों में बिहार के दरभंगा, समस्तीपुर, सारण, शिवहर, वैशाली, सहरसा, यूपी के सीतापुर, बलरामपुर और मध्यप्रदेश का झाबुआ जिला शामिल हैं.
कोरोना संक्रमितों के मामले में झारखंड 19वें स्थान पर : हालांकि, आइसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में कोरोना संक्रमितों की संख्या के लिहाज से झारखंड की स्थिति देश के अन्य राज्यों की तुलना में अब भी बेहतर है. संक्रमण के मामले में झारखंड फिलहाल 19वें स्थान पर है, जबकि 18 अन्य राज्यों में कोरोना का संक्रमण ज्यादा है. इनमें महाराष्ट्र पहले स्थान पर है.
सर्वे का आधार सामाजिक-आर्थिक स्थिति : द लैंसेट के सर्वे में सामाजिक-आर्थिक स्थिति, आवास और स्वच्छता से जुड़ी परिस्थिति, आबादी में अलग-अलग आयु वर्ग का अनुपात, स्वास्थ्य सेवाओं की अनुपलब्धता और महामारी के कारणों के मानकों के आधार पर संवेदनशीलता का आकलन किया गया है. झारखंड को आवासीय स्थिति और स्वास्थ्य सुविधाओं के आधार पर ज्यादा संवेदनशील माना गया है. यहां के लोगों की खासकर जनजातीय आबादी की सामाजिक-आर्थिक स्थिति भी महत्वपूर्ण कारक हैं.
सामाजिक-आर्थिक हालात और भौगोलिक स्थिति के आधार पर हुई रैंकिंग संक्रमण के लिहाज से देश का 10वां सबसे संवेदनशील जिला है देवघर
कोरोना मामले में राज्यों की रैंकिंग
राज्य सूचकांक
मध्यप्रदेश 1.000
बिहार 0.971
तेलंगाना 0.943
झारखंड 0.914
उत्तर प्रदेश 0.886
प. बंगाल 0.829
महाराष्ट्र 0.829
ओड़िशा 0.800
गुजरात 0.771
आंध्रप्रदेश 0.714
झारखंड का ओवरअॉल सूचकांक 0.914
सामाजिक-आर्थिक हालात (0.857)
एससी-एसटी की आबादी, शिक्षा, वाहन, टीवी का उपयोग नहीं करनेवालों की संख्या को आधार माना गया है. झारखंड की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है.
आवास-स्वच्छता की परिस्थिति (0.943)
इसमें आवास, शौचालय कम होने, हाथ साफ करने की व्यवस्था नहीं होने को संक्रमण का कारण माना गया. झारखंड की स्थिति ज्यादा खराब.
महामारी प्रसार के कारण (0.200)
पुरुष (40-54), महिलाएं (40-49) जिन्हें हार्ट, डायबिटीज, दमा, कैंसर का खतरा है. इस मामले में झारखंड की स्थिति बेहतर है.
एक दिन में रिकॉर्ड 435 पॉजिटिव, छह की मौत : झारखंड में मंगलवार को एक ही दिन में रिकार्ड 435 नये संक्रमित मिले हैं. वहीं, छह संक्रमितों की मौत भी हो गयी है. अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 61 की ही मौत हुई है. मंगलवार को सबसे ज्यादा राजधानी रांची से 106 संक्रमित पाये गये हैं.
इसके अलावा पू सिंहभूम से 69, पाकुड़ से 65, गोड्डा से 35, लातेहार से 19, साहेबगंज से 17, धनबाद से 16, सरायकेला से 12, प सिंहभूम से 14, चतरा, गिरिडीह, हजारीबाग व रामगढ़ से 10-10, लोहरदगा से आठ, देवघर व पलामू से सात-सात, गुमला व कोडरमा से पांच-पांच, गढ़वा से चार, बोकारो व खूंटी से दो-दो, दुमका व सिमडेगा से एक-एक संक्रमित मिले हैं.
जमशेदपुर में मंगलवार को टीएमएच में चार संक्रमित की मौत हो गयी. इनमें एक आदित्यपुर की दस माह की बच्ची, दूसरा 40 वर्षीय पुरुष, तीसरी 65 वर्षीया महिला, चौथा सोनारी का 55 वर्षीय एक व्यक्ति शामिल है. धनबाद और रांची में भी एक-एक कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी.
मंत्री मिथिलेश व बेटी निगेटिव, मथुरा महतो पॉजिटिव : रिम्स में भर्ती मंत्री मिथिलेश ठाकुर व उनकी बेटी की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. विधायक मथुरा महतो की रिपोर्ट पॉजिटिव है.
Post by : Pritish Sahay