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Jharkhand Update : झारखंड में लॉकडाउन में नहीं मिलेगी कोई छूट, CM हेमंत ने कहा- अगले 2 हफ्ते महत्वपूर्ण

Jharkhand Live Update, Lockdown : झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों (Coronavirus in Jharkhand) ) की संख्या बढ़कर 115 हो गयी है. इनमें रांची जिले में सर्वाधिक 83 कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, जबकि रांची के हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी (Hindpiri News) से 60 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. शनिवार को देवघर जिले से दो केस सामने आए. इनकी ट्रैवेल हिस्ट्री खड़गपुर व हरियाणा है. क्वारंटाइन सेंटर से इन्हें मां ललिता हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया है. अब तक झारखंड के 12 जिले कोरोना की चपेट में आ गये हैं. झारखंड (Jharkhand) की ताजा खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ...

लाइव अपडेट

झारखंड में रविवार को एक भी पॉजिटिव मामला नहीं, 27 लोग हुए स्वस्थ

रांची : झारखंड में आज राहत वाली खबर है. रविवार 3 मई को एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है. रिम्स की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार आज कुल 364 नमूनों की जांच की गयी. इनमें कोई भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया. वहीं रविवार तक 27 लोग ठीक भी हुए हैं. राज्य में अभी कुल एक्टिव मामले 85 हैं.

कोटा से सकुशल धनबाद पहुंचे छात्रों की हो रही स्क्रीनिंग

धनबाद : कोटा से सभी विद्यार्थी का सकुशल धनबाद जंक्शन पर आगमन हो गया है. दूसरे जिले के सभी बच्चों को प्रक्रिया के तहत जांच कर गंतव्य की ओर रवाना किया जा रहा है. धनबाद के विद्यार्थियों को पूर्ण स्वास्थ्य जांच के उपरांत उनके घर तक प्रशासन द्वारा पहुंचाया जायेगा. झारखंड में कोरोना संक्रमण से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.

झारखंड में लॉकडाउन में नहीं मिलेगी कोई छूट, CM हेमंत ने कहा- अगले 2 हफ्ते महत्वपूर्ण

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड में लॉकडाउन में कोई छूट नहीं दी जायेगी. उन्होंने कहा कि आने वाले दो सप्ताह झारखंड के लिए महत्वपूर्ण होगा. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, "हमारे श्रमिक भाई-बहन, छात्र-छात्राएं एवं अन्य लोग विभिन्न राज्यों से अपने घर आ रहे हैं. इसलिए एहतियात के तौर पर झारखंड राज्य में अगले 2 हफ्तों तक लॉकडाउन लागू रहेगा. केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में छूट को लेकर दिये गये नये निर्देश फिलहाल झारखंड में लागू नहीं होंगे."

कोरोना से निबटने के लिए इंडसइंड बैंक ने हेमंत सरकार को दिये 4000 रैपिड टेस्टिंग किट

इंडसइंड बैंक रांची और भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड के कर्मियों ने रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में मिलकर कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार को 4 हजार रैपिड टेस्टिंग किट का सहयोग प्रदान किया. साथ ही आगे भी सहयोगी करने की बात कही.

रांची के कोरोना योद्धाओं के सम्मान में पुष्प वर्षा

राजधानी रांची के तीन कोविड-19 अस्पतालों में कोरोना योद्धाओं पर आज वायु सेना के हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गयी. रांची के रिम्स, सीसीएल गांधीनगर अस्पताल और एचइसी स्थित पारस हॉस्पिटल में कोरोना वॉरियर्स पर वायु सेना के विमान से फूलों की बारिश की गयी. को-ऑर्डिनेटिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन सुसीम सिवाच, पायलट स्क्वार्डन लीडर निशांत गौरव और हेलीकॉप्टर का संचालन स्क्वार्डन लीडर ए वार्ष्णेय कर रहे थे. रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने वायु सेना को धन्यवाद दिया.

कोरोना वॉरियर्स पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने की पुष्प वर्षा

वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जिंदगी की जंग लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में आज वायु सेना के हेलीकॉप्टर ने उन पर पुष्प वर्षा की. झारखंड की राजधानी रांची के रिम्स के कोरोना वार्ड की छत पर मौजूद डॉक्टरों और नर्सों पर वायु सेना के हेलीकॉप्टर ने आसमान से पुष्प वर्षा कर उनका हौसला बढ़ाया.

कोटा में पढ़ने का उत्साह गायब, घर लौटने की थी बेचैनी

रांची जिले के मांडर की रितिका ने राजस्थान के कोटा से रांची पहुंचने पर कहा कि घर आकर काफी सुकून मिला है. अब घर जाकर अपने माता-पिता से मिलने की जल्दी है. कोटा में खाने-पीने से लेकर कमरे व कपड़े की साफ-सफाई में भारी दिक्कत थी. हम सबको घर लौटने की बेचैनी थी. बेहतर कैरियर के लिए कोटा में पढ़ाई का जो उत्साह था, वह गायब हो चुका था.

डर के मारे सिर्फ रोना आता था, समय काटना था मुश्किल

राजस्थान के कोटा से रांची पहुंची रांची रेलवे स्टेशन निवासी अदिति ने कहा कि हॉस्टल बंद हो गया था. बहुत कम छात्राएं बची थीं. इस कारण डर भी बहुत लगता था. सबसे ज्यादा परेशानी खाने पीने की थी. केवल पत्ता गोभी व शिमला मिर्च ही मिलता था. समय काटना मुश्किल हो गया था. बार बार रोना आता था कि किसी तरह अपने माता पिता के पास पहुंच जायें.

अकेलापन से थी परेशान, फोन आया, तो मिली राहत

रांची की खुशबू कुमारी ने कहा कि राजस्थान के कोटा में समय काटना बहुत मुश्किल हो रहा था. पूरा हॉस्टल खाली हो गया फिर खाना बनाने वाली भी चली गई थी. इसके बाद खुद ही खाना बनाना पड़ता था. अकेलेपन से ज्यादा परेशानी थी. हॉस्टल में जब अचानक फोन आया, तो बहुत राहत मिली कि अब घर व अपनों के बीच लौट सकेंगे.

149 विद्यार्थी पहुंचे पलामू, स्क्रीनिंग के बाद गये घर

राजस्थान के कोटा से स्पेशल ट्रेन से हटिया पहुंचे छात्र जब बस से सुरक्षित पलामू पहुंचे, तो इन 149 विद्यार्थियों का पलामू जिले के उपविकास आयुक्त बिंदु माधव सिंह, अपर समाहर्ता प्रदीप प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी, डीएसडब्ल्यूओ आफताब आलम एवं डीपीएम दीपक कुमार ने स्वागत किया. जीएलए कॉलेज परिसर में इनकी स्क्रीनिंग की गयी. इसके बाद सभी को घर भेजा गया. 14 दिनों तक ये होम क्वारंटाइन में रहेंगे.

होम क्वारंटाइन में रहना है कोटा से आनेवाले छात्रों को

रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा है कि कोटा से रांची आए छात्रों को होम क्वारंटाइन में रहना है. एचइसी स्थित पारस अस्पताल में स्क्रीनिंग के बाद सकुशल वापस उनके घर भेज दिया गया है, लेकिन इन्हें होम क्वारंटाइन में रहना है. इनके हाथों पर होम क्वारंटाइन की मुहर है. क्वारंटाइन पीरियड के उल्लंघन की सूचना 1950 पर दी जा सकती है.

बिलासपुर-राउरकेला होकर ट्रेन पहुंची हटिया

राजस्थान के कोटा से छात्रों को लेकर यह स्पेशल ट्रेन बिलासपुर, राउरकेला होते हुए शनिवार की शाम हटिया पहुंची. कोटा से यह ट्रेन शुक्रवार की रात को 10 बजे खुली थी और शनिवार की शाम सात बजे हटिया स्टेशन पहुंची. रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज कुमार ने कहा कि सबके सहयोग से 970 छात्रों को लेकर निर्धारित समय पर ट्रेन हटिया पहुंची.

छात्रों के खिले चेहरे देख मिल गया होगा जवाब

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जिन लोगों को लगता था कि राज्य सरकार लॉकडाउन में राज्य से बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों व छात्रों के लिए कुछ नहीं कर रही है, उन्हें जवाब मिल गया होगा कि सरकार कितनी गंभीर है. इस सहयोग के लिए उन्होंने केंद्र सरकार के प्रति आभार प्रकट किया.

गुलाब का फूल देकर स्वागत

राजस्‍थान के कोटा में इंजीनियरिंग-मेडिकल की कोचिंग कर रहे 970 छात्र शनिवार की शाम जब कोटा-रांची स्‍पेशल ट्रेन से सकुशल रांची पहुंचे, तो घर वापसी की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी. ट्रेन से उतरते ही इन सभी छात्रों का गुलाब का फूल देकर स्‍वागत किया गया.

बसों से भेजे गये कोटा के छात्र

रांची के हटिया रेलवे प्लेटफॉर्म पर पहले से खड़े आरपीएफ व पुलिस के जवानों ने बोगियों से राजस्थान के कोटा से आए विद्यार्थियों को बारी-बारी से उतारा तथा प्लेटफॉर्म पर बने रेड सर्किल में कतारबद्ध खड़ा कर उन्हें बाहर भेजा. छात्रों को ले जाने के लिए हर जिले के लिए अलग-अलग बसों की व्यवस्था की गयी थी. सबसे पहले रांची के बच्चों को बस में बैठाया गया तथा संबंधित अधिकारियों की देखरेख में रवाना किया गया.

अकेलेपन से जूझ रहे थे छात्र, खिले चेहरे

कोटा से चली स्पेशल ट्रेन के हटिया प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही उसमें सवार विद्यार्थियों के चेहरे पर सुकून और अपने घर पहुंचने की हड़बड़ी दिखी. अधिकतर छात्रों ने राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदम की प्रशंसा की व कहा कि यह कदम सराहनीय है. उन्होंने कहा कि उनका जीना दूभर हो गया था. सबसे ज्यादा परेशानी खाने-पीने व अकेलेपन की थी.

970 छात्र स्पेशल ट्रेन से लौटे

तेलंगाना (Telangana) से प्रवासी श्रमिकों (Migrant workers) के स्पेशल ट्रेन (Special train) से शुक्रवार की रात (1 मई) सकुशल झारखंड वापसी के बाद शनिवार की शाम (2 मई) राजस्थान के कोटा (Kota of Rajasthan) से 970 छात्र स्पेशल ट्रेन से अपने प्रदेश लौटे. रांची जिला प्रशासन रांची के हटिया रेलवे स्टेशन पर मुस्तैद था.

दो नए कोरोना मरीज

देवघर से दो नये कोरोना पॉजिटिव मरीज शनिवार को मिले हैं. इसके साथ ही झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 115 हो गयी है. देवघर के दोनों मरीज खड़गपुर और हरियाणा से देवघर लौटे थे. दोनों को क्वारेंटाइन सेंटर से मां ललिता हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया है.

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