भभुआ के रामपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय अमांव में बेंच-डेस्क के अभाव में बच्चे दरी पर बैठ कर पढ़ाई कर रहे हैं. इतना ही नहीं विद्यालय में छात्रों की अपेक्षा शिक्षकों की भी कमी है. उक्त मामले का खुलासा जिला पदाधिकारी नवदीप शुक्ला के औचक निरीक्षण में हुआ है.
हालांकि, औचक निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षकों की कमी व स्मार्ट क्लासेस में विद्यालय संचालन के दौरान दरी पर बैठ कर अध्ययन कर रहे बच्चों को देख जिला पदाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लिया और इस मामले में संज्ञान लेते हुए तत्काल छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए बेंच-डेस्क उपलब्ध कराने व शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी आदेश जारी किया है.
डीएम की जांच रिपोर्ट के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी को जारी किये गये आदेश में बताया गया है कि उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय अमांव के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि इस विद्यालय अंतर्गत नौवीं कक्षा में 162 व 10वीं कक्षा में 202 बच्चे पंजीकृत हैं. साथ ही बताया है कि विद्यालय में संचालित स्मार्ट क्लास में नौवीं के कुल 29 बच्चे अध्ययन रत हैं.
जांच के दौरान उपस्थित छात्र प्रिंस कुमार, संदीप कुमार व खुशी कुमारी ने बताया कि विद्यालय में नियमित रूप से स्मार्ट क्लास का संचालन होता है, जिससे वे लाभान्वित हो रहे हैं. वहीं, आदेश में जिला पदाधिकारी ने बताया है कि जांच के क्रम में यह भी पाया गया कि स्मार्ट क्लास में बेंच-डेस्क के अभाव में बच्चे दरी पर बैठ कर पढ़ाई कर रहे हैं.
जांच के दौरान सहायक शिक्षक ने बताया कि विद्यालय में अध्यापन कार्य के लिए शिक्षकों की कमी है. इस पर डीएम ने डीइओ को निर्देश दिया कि उक्त सभी मामले को यथाशीघ्र नियमानुकूल कार्यवाही करते हुए अद्योहस्ताक्षरी को अवगत कराना सुनिश्चित करें. गौरतलब है कि बीते 23 जून को डीएम ने रामपुर प्रखंड की अमांव पंचायत में विभिन्न योजनाओं की जांच की थी.
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जांच के दौरान जिला पदाधिकारी ने उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय अमांव का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान उक्त मामले सामने आये थे. इस पर संज्ञान लेते हुए जिला पदाधिकारी ने संबंधित मामले को दूर करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया है.