कानपुर: यूपी के जिला कानपुर देहात के अकबरपुर थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है . यहां पांच साल की एक बच्ची के साथ दुराचार किया गया है. आरोप है कि सात साल के बच्चे ने इस घटना को अंजाम दिया है. जिस बच्चे का नाम इस घटना में सामने आ रहा है वह पड़ोस में रहने वाले है. बच्ची के परिजनों की तहरीर पर 7 साल के बच्चे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हो गई . मेडिकल रिपोर्ट में दुराचार की भी पुष्टि हुई है. वहीं सी घटना में कानूनी पेंच फस गया है.कानून के मुताबिक सात साल से कम उम्र के बच्चे पर कोई अपराध नहीं बनता है. इसी वजह से बच्चे को फिलहाल बाल सुधार गृह भी नहीं भेजा जाएगा. हालांकि पुलिस पूरी विवेचना के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचने की बात कह रही है.
दरअसल,कानपुर देहात के अकबरपुर थाना क्षेत्र के एक कस्बे में एक ऐसी घटना सामने आई है जहां सब हैरान हैं. कानून भी इस घटना में कोई सजा की अनुमति नहीं देता है. एक गांव के रहने वाले विकलांग दंपति के सात वर्षीय बेटे ने पड़ोसी के पांच साल की बेटी को घर ले जाकर दुराचार किया. घटना के बारे में बताया कि 17 सितंबर की शाम मोहल्ले के बच्चे रोज की तरह खेल रहे थे, तभी अंधेरा होने के बाद 7 वर्षीय लड़का पड़ोसी 5 वर्षीय लड़की को साथ लेकर घर चला गया. काफी देर बाद लड़की रोते हुए घर पहुंची.तो परिजनों ने उससे रोने की वजह पूछी तो बच्ची ने आपबीती परिजनों को सुनाई.
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इस दुराचार की घटना की चर्चा जब गांव में हुई तो कोई यकीन नहीं कर रहा था. लड़की के माता-पिता ने लड़का के घर जाकर पूरी घटना बताने के साथ उसे डांट लगाई. इधर लड़के की मां नाराज होकर पीड़िता की मां से लड़ने लगी. इससे बात और बढ़ गई, पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी बच्चा भी छोटा है इसलिए कोई कार्रवाई नहीं चाहती थी, लेकिन बच्चे के माता-पिता ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया बच्चे को डांटने-समझाने के बजाय उल्टा मुझसे ही उलझने लगे तो मामला पुलिस तक पहुंच गया.
लड़की की मां की तहरीर पर आरोपी लड़के के विरुद्ध दुराचार की रिपोर्ट दर्ज की गई. महिला सब इंस्पेक्टर मोनू शाक्य और अन्य महिला पुलिस कर्मियों ने लड़के और लड़की से अलग-अलग बात कर घटना की सच्चाई जानने की कोशिश की. इसके बाद दोनों को मेडिकल के लिए भेजा गया.दुराचार की घटना में रिपोर्ट दर्ज कराने से लेकर मेडिकल तक की कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मी और डॉक्टर सभी हैरान दिखे. पुलिस कर्मियों ने कहा कि इतनी कम उम्र के दुराचार के आरोपी और पीड़िता का मामला पहली बार सामने आया है. मेडिकल करने वाले डॉक्टर भी कह रहे थे वह अपनी नौकरी में ऐसा पहला मेडिकल कर रहे हैं.