कानपुर: यूपी में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) की कार्रवाई लगातार जारी है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से करीबी संबंधों के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की. आतंकी संगठनों से जुड़े तार को तोड़ने के लिए एनआईए की टीम लगातार प्रदेश भर में कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में एनआईए ने बुधवार को कानपुर के मूलगंज थाना क्षेत्र से भी एक डॉक्टर परिवार को पूछताछ के लिए उठाया है.
कानपुर के इस परिवार को मूलगंज थाने लाया गया है जहां बंद कमरें में उनसे पूछताछ की जा रही है. बहरहाल अभी पूरे मामलें में ज्यादा जानकारी सामने नहीं निकल कर आई है. पीएफआई से करीबी रिश्तों की जांच पड़ताल के लिए एनआईए बुधवार से पूरे प्रदेश में छापेमारी शुरू की है. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक सुबह करीब 11:30 बजे एनआईए की टीम एक परिवार के चार सदस्यों को लेकर मूलगंज थाने पहुंची.यहां पर उनसे एक बंद कमरे में इनसे पूछताछ की जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने डॉक्टर अबरार के परिवार को हिरासत में लिया है. डॉ अबरार कौन है और कहां रहते हैं अभी इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है. हालांकि पुलिस अधिकारी अभी संबंधित परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रही है. सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि डॉक्टर अबरार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI) के सदस्यों को फंडिंग करते हैं. उनके आर्थिक स्रोतों को लेकर ही की है उनसे पूछताछ कर रही है.
सूत्रों के अनुसार दिसंबर 2019 में सीएए (CAA) के विरोध में हुई हिंसा में पांच पीएफआई के सदस्य जेल भेजे गए थे. इन्हीं में से तीन आरोपी नई सड़क बवाल में दोबारा जेल भेजे गए थे.उसमें से एक गंभीर बीमारी से ग्रसित है.एक की तलाश जारी है.इन सभी के अलावा भी पीएफआई से जुड़े लोग शहर में हैं या नहीं इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस जानकारी जुटा रही है.इसे लेकर एनआईए लखनऊ की टीम शहर में सक्रिय है.
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