Kanpur News: उत्तर प्रदेश में कानपुर की छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) का 38वां दीक्षांत समारोह 28 सितंबर को होगा. दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी. वहीं, 38वें दीक्षांत में चिकित्सा, शिक्षा और कृषि संकाय के मेधावियों को पदक नहीं मिलेगा.
ऐसा इसलिए है, क्योंकि विश्वविद्यालय की जारी की गई अंतिम सूची में इन तीनों संकाय को मिलने वाले पदक का नाम नहीं है. यह पहला मौका है, जब सूची के अनुसार दस के बजाए सात कुलपति स्वर्ण पदक दिए जाएंगे. तीन कुलाधिपति कांस्य पदक समेत कुल दस पदक पिछले वर्षों के अनुसार कम हैं.
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में समारोह की तैयारी तेज हो गई है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने पदकों की अंतिम सूची जारी की है. 12 सितंबर तक इस पर आपत्ति मांगी गई है. विश्वविद्यालय हर दीक्षांत में चिकित्सा, शिक्षा व कृषि संकाय में कुलपति स्वर्ण पदक, कुलाधिपति कांस्य पदक के अलावा श्री रामचंद्र मुसद्दी स्वर्ण पदक, लेडी अनुसुईया सिंघानिया स्वर्ण पदक, डॉ. बृज किशोरी दुबे स्मारक स्वर्ण पदक व श्रीमती उर्मिला त्रिपाठी स्वर्ण पदक दिया जाता है. मगर, 38वें दीक्षांत की सूची में दस पदक कम हैं. विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार ने कहा कि पदकों की सूची में कई बदलाव संभव है.
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सीएसजेएमयू में पहली बार दीक्षांत में प्रोफेशनल कोर्स की छात्रा को विश्वविद्यालय का सर्वोच्च पदक मिलेगा. अभी तक कला संकाय का दबदबा रहा है. पिछले दीक्षांत में बीएड की छात्रा राधा गुप्ता को कुलाधिपति स्वर्ण पदक मिला था.
बता दें कि सीएसजेएमयू का दीक्षांत 28 सितंबर को है. समारोह में दिए जाने वाले पदकों की अंतिम सूची जारी कर दी गई. सूची में सर्वोच्च पदक कुलाधिपति स्वर्ण, कुलपति रजत में कड़ी टक्कर देखने को मिली है. सर्वोच्च पदक प्राप्त करने वाली अस्मिता त्रिपाठी के 87.83 फीसदी अंक आए हैं. दूसरे स्थान पर कुलाधिपति रजत पदक प्राप्त करने वाली शुभ्रा अग्रवाल सिर्फ 0.18 फीसदी से पीछे रह गईं. शुभ्रा ने 87.65 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं. शुभ्रा ने सीएसजेएमयू के स्कूल ऑफ साइंसेस से माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई की है. दीक्षांत में कुलाधिपति स्वर्ण पदक, कुलाधिपति रजत पदक, कुलाधिपति कांस्य पदक, कुलपति स्वर्ण पदक और प्रायोजित स्वर्ण पदक दिए जाएंगे. विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार का कहना है कि पदक प्राप्तकर्ताओं की संभावित सूची जारी की गई है.
दीक्षांत में इस साल बेटियों ने एकतरफा कब्जा किया है. 75 पदकों में से अकेले 63 पदक बेटियों की झोली में गए हैं. सिर्फ 12 पदक बेटों को मिले हैं. सर्वोच्च पदक में शामिल कुलाधिपति स्वर्ण पदक और दो कुलाधिपति रजत पदक सभी बेटियों को मिलेगा. वहीं, सात कुलपति स्वर्ण पदक में छह पदक बेटियों को मिलेंगे.
एलेन हाउस बिजनेस स्कूल, रूमा की छात्रा अस्मिता त्रिपाठी को कुलाधिपति स्वर्ण पदक, कुलाधिपति रजत पदक, कुलाधिपति कांस्य पदक और कुलपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा.
इस बीच छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के फेल हुए 23 हजार छात्रों को बड़ी राहत मिली है. फेल छात्रों को प्रोन्नत करते हुए तीसरे वर्ष में दाखिला दिया जाएगा. नई शिक्षा नीति के तहत पहले व दूसरे वर्ष में बैक पेपर में पास नहीं करने वाले छात्रों को तीसरे साल में प्रोन्नत किया जाएगा. लेकिन, उनको तीसरे सेमेस्टर से पहले सभी पेपर को पास करना होगा. उसके बाद ही उनका परिणाम घोषित होगा. यह फैसला विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया है.
कुलपति विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में हुई बैठक में छात्रों के हित में फैसला किया गया है. दरअसल 25500 ऐसे छात्र हैं जो पहले और दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में पास नहीं हो पाए हैं. छात्रों की संख्या अधिक है. वहीं अगर तीसरे वर्ष में इनको को दाखिला नहीं दिया गया तो परास्नातक के दाखिले में भी फर्क पड़ेगा. इसलिए छात्रों को एक और मौका दिया गया है.
बैठक में यह तय हुआ है कि न्यूतम 4 सीजीपीए और 50 क्रेडिट स्कोर वाले छात्रों को ही मौका दिया जाएगा. इस वजह से 25500 छात्रों में से 23000 छात्र इसका लाभ उठा सकेंगे. बैठक में प्रति कुलपति सुधीर कुमार अवस्थी, कुल सचिव अनिल कुमार और परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार रहे.