कानपुर: मशहूर वनस्पति घी निर्माता के ठिकानों पर बुधवार को राज्य जीएसटी विभाग के अफसर ने छापा मारा. तेल कारोबारी के कारपोरेट कार्यालय में छापेमारी पड़ते ही पूरे ग्रुप में अफरा तफरी मच गई. दरअसल 10 दिनों में यह ग्रुप पर दूसरी बड़ी कार्रवाई है. पहले आयकर विभाग की टीम ने एक साथ 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसकी कार्रवाई करीब 5 दिनों तक चली थी.
समूह के कार्यालय पर जैसे ही जीएसटी अफसरों के वाहन पहुंचे तो कुछ देर के लिए पहले कर्मियों ने अफसरों को अंदर जाने से रोक लिया. हालांकि साथ में मौजूद पुलिस फोर्स देख कर्मी पीछे हट गए और अफसरों ने कार्यालय के अंदर पहुंचते ही दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए. फिलहाल, जीएसटी अफसरों की ओर से कार्रवाई को लेकर कोई जानकारी अभी नहीं दी गई है. इस मामले में अफसरों का कहना था कि शिकायतें मिलीं थीं, इसलिए छापा मारा गया था. वहीं, इस कार्रवाई के बाद शहर के उद्यमियों के बीच जीएसटी छापे को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है.
शहर के तेल कारोबारी का कारोबार देश और दुनिया के तमाम शहरों तक फैला है. शहर के वरिष्ठ उद्यमी बताते हैं कि समूह का सालाना हजारों करोड़ रुपये का टर्नओवर है. कुछ दिनों पहले जब आयकर अफसरों की टीमों ने समूह के 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी, तो लाखों रुपये की कैश और अच्छी मात्रा में ज्वैलरी बरामद हुई थी. इसके अलावा आयकर अफसरों को यह भी पता लग गया था कि समूह की ओर से कई बोगस कंपनियां बनाकर करोड़ों रुपये के लेनदेन किए गए हैं. आयकर अफसरों द्वारा इसी मामले की जांच जारी है. समूह से साक्ष्य मांगे गए हैं, जिसे उपलब्ध कराने के बाद ही कार्रवाई संबंधी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.