यूपीः कानपुर सेंट्रल स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने का जिम्मा अब एचजी इन्फ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड कंपनी को मिला है. पुनर्विकास योजना के तहत स्टेशन के कायाकल्प और सुविधाओं के लिए कंपनी को काम आवंटित कर दिया गया. सेंट्रल के कायाकल्प के लिए प्रयागराज मंडल मुख्यालय से 655 करोड़ रुपए का काम कंपनी को दिया गया है. वैसे बजट में ही स्टेशन के कायाकल्प को बनाने का प्रावधान किया गया था. रेलवे स्टेशन के इस काम के लिए सात कंपनियों ने टेंडर डाले थे. सेंट्रल स्टेशन के कायाकल्प का काम कंपनी को तीन साल में पूरा करना होगा. स्टेशन के सिटी साइड प्रस्तावित की गई. बहुखंडीय इमारत में एक ही छत के नीचे जनरल कम रिजर्वेशन टिकट की सुविधा होगी.
सरकार द्वारा चल रही स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत सबसे पहले भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन को पुनर्विकसित किया जा चुका है.बता दे कि उत्तर मध्य रेलवे के 17 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए लगभग पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे.अभी सिर्फ तीन स्टेशनों प्रयागराज, कानपुर, ग्वालियर का बजट रेलवे को स्वीकृत हुआ है जिसमें 2000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसमें सर्वाधिक खर्च प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास पर होगा.वहीं कानपुर सेट्रल के कायाकल्प के लिए आवंटित कंपनी को काम दे दिया गया.इसी महीने कंपनी कानपुर सेंट्रल पर कार्य शुरू कर देगी.
पुनर्विकास योजना के तहत कानपुर सेंट्रल के सिटी साइड में वाहनों को खड़ा करने के लिए भूमिगत पार्किंग बनाई जाएगी. इसकी क्षमता एक समय में 500 वाहनों को खड़े करने की होगी. इसके ऊपर थ्री स्टार होटल होगा. इसी बहुउद्देश्यीय इमारत में शॉपिंग मॉल होगा. वहीं कानपुर सेंट्रल पर प्लेटफार्मों की संख्या 10 से बढ़ाकर 13 कर दी जाएगी. घंटाघर से आने वाले वाहन सीधे पोर्टिको में जाकर सवारियों को उतारेंगे और आगे चलकर हैरिसगंज पुल के सामने के गेट से बाहर निकलेंगे. इसमें एक ही बिल्डिंग में आरक्षण केंद्र, जनरल टिकटघर सिटी साइड में बनेंगे.
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उत्तर मध्य रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर जावेद अख्तर का कहना है कि कानपुर सेंट्रल स्टेशन को पुनर्विकास योजना के तहत विकसित करने का काम एचजी इन्फ्रा इंजीनियरिंग को मिला है. इसी महीने कंपनी काम शुरू करवा देगी. कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी