कानपुर के चर्चित अपहरण हत्याकांड यानी संजीत यादव मर्डर केस में सीबीआई ने केस दर्ज किया है. बता दें कि इस अपहरण कांड में अपहरणकर्ताओं ने परिवार से 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी, जिसमे परिजनों ने बदमाशों को 30 लाख रुपये की फिरौती भी दी थी लेकिन उसके बाद भी बदमाशों ने संजीत को जिंदा नही छोड़ा था.
अपहरण कांड में परिवार ने शासन से सीबीआई जांच की मांग की थी, जिसमें शासन ने 2 अगस्त 2020 को केंद्र को सीबीआई जांच के लिए पत्र भेजा था. केंद्र ने 22 सितम्बर 2021 को सीबीआई जांच कराए जाने की सूचना जारी की थी, जिसमे सीबीआई ने कानपुर के बर्रा थाने में दर्ज केस को अपने यहां लखनऊ के स्पेशल क्राइम ब्रांच में दर्ज किया है और अब आंगे की जांच सीबीआई करेगी.
क्या था पूरा मामला- दरअसल, पिछले वर्ष 22 जून को लैब टेक्निशियन संजीत यादव का अपहरण उसके 2 दोस्तों ने कर लिया था, अपहरण मे दोस्तों ने परिजनों से 4 दिन बाद 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की थी, जिसकी शिकायत परिजनों ने तत्तकालीन एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता से मामले की थी.
शिकायत में परिजनों ने एसपी साउथ से फिरौती मांगने की बात कही थी, जिसमें पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए परिजनों से 30 लाख रुपये की रकम भी दिलाई थी. फिरौती की रकम लेने के बाद बदमाश पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था और बदमाशों ने संजीत की हत्याकर उसका शव नदी में फेक दिया था, जो आज तक शव पुलिस बरामद नही कर पाई है. इसमें पुलिस ने 2 दोस्तो समेत 4 लोगों गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसी मामले में शासन ने तत्कालीन एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता को निलंबित भी किया था.
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रिपोर्ट : आयुष तिवारी