Kanpur Violence: कानपुर हिंसा के बाद जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में हैं. पिछले शुक्रवार हुई हिंसा के बाद अब जुमे की नमाज से पहले शहर में गुरुवार शाम से ही धारा 144 लागू कर दी गयी है. वहीं पुलिस की टीमों को हाईअलर्ट पर रखा गया है. 10 जून को शहर में किसी भी तरह के धरना या प्रदर्शन पर रोक रहेगी और किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि 3 जून को कानपुर में हुई हिंसा के बाद से ही पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है. बता दें कि कानपुर में तीन जून को कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूदगी थे. जुमे की नमाज के बाद एक समुदाय की ओर से दुकानें बंद कराने को लेकर हिंसा भड़क गयी थी. यह हिंसा पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के मोहम्मद साहब को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर हुआ था. उपद्रवियों ने जमकर पत्थराव किया था. वहीं इस हिंसा मामले मेंपुलिस ने अब तक कुल 52 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा करीब 10 और संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
वहीं कानपुर में बवाल और हिंसा के आरोपियों की रिमांड पर आज सुनवाई हुई. मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी सहित अन्य की रिमांड पर आज कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. कोर्ट हयात और उसके साथियों की रिमांड पर कल फिर से बहस के बाद फैसला देगा. कोर्ट ने शुक्रवार को चारों आरोपितों को तलब किया है. हिंसा का मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी और उसके साथ साजिश में शामिल रहे जावेद, साहिल और सुफियान को पुलिस ने रिमांड में लेने के लिए अर्जी दी थी. दस दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी थी.