उन्नाव में माखी दुष्कर्म मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सजा दिलवाने में पीड़िता के चाचा की अहम भूमिका रही. अब चाचा दुष्कर्म पीड़िता के लिए खलनायक बन गया है. पीड़िता ने चाचा, मां व बहन पर 1.10 करोड़ रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया है. जेल में बंद चाचा के खिलाफ पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने पति और खुद को घरवालों से जान का खतरा बताया है. पीड़िता ने माखी पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसके साथ हुई घटना के बाद सरकार और संगठन से 1.10 करोड़ रुपये की सहायता मिली थी. जिसे चाचा, मां व बहन और महिला मित्र ने मिलकर पूरे रुपये हड़प लिए. लखनऊ में जब उसने जरूरत पर रुपये मांगे तो सभी ने उसे जान से मारने की धमकी दी. इस पर उसके पति ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है.
पीड़िता की तहरीर पर माखी थाना पुलिस ने सभी के खिलाफ धारा 406 (अमानत में खयानत), 504 (गाली गलौज) और 506 (जान से मारने की धमकी) धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है. सीओ ऋषिकांत शुक्ल ने बताया कि बैंक संबंधित डिटेल्स जुटाई जा रही है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. वहीं, उन्नाव एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बताया कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, जांच की जा रही है.
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दुष्कर्म पीड़िता ने 11 सितंबर को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर पुलिस अधिकारी और सीबीआई के अफसर से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा था कि उसके परिजन उसे प्रताड़ित कर रहे हैं और घर में नहीं रहने दे रहे हैं. शादी के बाद से उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. उसके पति को जेल में बंद दोषी विधायक का करीबी आदमी बताकर धमकी दी जा रही है. दुष्कर्म पीड़िता का चाचा पहले से दर्ज मुकदमों में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं. उन्नाव कोर्ट में अलग-अलग प्रकरण में सुनवाई चल रही है. तिहाड़ जेल में ही सजायाफ्ता आरोपी विधायक भी बंद है.
बता दें कि माखी दुष्कर्म मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सजा दिलवाने में पीड़िता के चाचा की अहम भूमिका रही थी. जून 2017 में विधायक कुलदीप के खिलाफ कई फोटो वायरल किए गए थे. चाचा ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था. इसी मामले की सुनवाई 3 अप्रैल 2018 को थी, जिसकी पेशी से लौटते समय पीड़िता के पिता की विधायक के भाई अतुल सिंह ने साथियों के साथ मिलकर पिटाई कर दी थी. 8 अप्रैल रात उसने दम तोड़ दिया था. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. मामला सीबीआई तक पहुंचा और दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई हुई. विधायक कुलदीप सिंह सेगर को 2020 में उम्र कैद की सजा हुई. इसमें कुलदीप सिंह की विधायकी भी चली गई. मुकदमे की पैरवी के दौरान से ही पीड़ित परिवार तब से दिल्ली में ही रह रहा है. करीब 1 साल पहले पीड़िता ने शादी कर ली. अब वह गर्भवती है.