बेलदौर : वैश्विक महामारी के लगातार बढ़ रहे संक्रमण की गिरफ्त में अब गांव मुहल्ले में भी पहुंच गया है. लापरवाही के कारण पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले संदिग्धों की संख्या शहरों के तुलना में ग्रामीण ईलाके में कई गुणा अधिक है. जिसका उदाहरण कंटेनमेंट जोन घोषित बेलदौर का तेलिहार पंचायत एवं चौथम का सुदूरवर्ती सरसवा पंचायत का श्रीनगर गांव है. जहां कोरोना संक्रमित मरीज पाया जाने बहुत बड़ी खतरे को दस्तक दे रहे है. जिला प्रशासन समेत ग्रामीण भी संभावित खतरे से अवगत है. बावजूद पदाधिकारी एवं संबंधित कर्मी तो संक्रमण प्रसार की रोकथाम को लेकर सतर्कता से जुटे हुए हैं.
संभावित खतरे से अवगत रहने के बावजूद भी कुछ लोग इसकी अनदेखी कर संभावित खतरे को बढ़ा रही है.दुकानों पर हो रहा सोशल डिस्टेंस का पालनबेलदौर बाजार की सर्वाधिक दुकानें आम दिनों की तरह खुली हुई थी. दुकानों पर उमड़ी ग्राहकों की भीड़ न तो मास्क लगाये हुऐ थे न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे. ऐसे अगर एक भी पॉजिटीव मरीज होगा तो संभावित खतरे का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि लॉकडाउन 4 सोमवार से शुरू हो गया है. इसमें काफी राहत भी दी गयी है. लेकिन प्रतिबंधित कार्य समेत लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शासन व प्रशासन के द्वारा सख्त हिदायत दी गयी. विदित हो कि बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में अब तक करोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़कर सात हो गयी है. इनके संपर्क चेन को खंगाला जा रहा है.
ऐसे मे ग्रामीण ईलाके मे सोशल डिस्टेंसिंग व लाकडाउन की अवहेलना से संक्रमण की चेन तलाशना भी मेडिकल टीम के लिऐ चुनौती बन जायेगी. बैंक व सीएसपी सेंटर पर उमड़ी है ग्राहकों की भीड़बीते एक सप्ताह पूर्व से लॉकडाउन में प्रदेश में फंसे काफी संख्या में मजदूरों की घर वापसी हो रही है. जो कोरोना प्रभावित प्रदेशों से लौट रहे है. इससे लगातार पॉजिटीव मरीजों की संख्या में ईजाफा हो रहा है. संक्रमण का खतरा बढता ही जा रहा है. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सख्त जरूरत है. बावजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर खतरे को आमंत्रण दे रहे हैं. सरकार एवं जिला प्रशासन के प्रयास एवं अपील के बावजूद लोग नियमों की अनदेखी कर रहे हैं.
सोमवार को दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक बेलदौर ,बेला नोवाद, यूनियन बैंक पिरनगरा समेत संबंधित सीएसपी संचालकों के पास ग्राहकों की भीड़ जुटी रही. ऐसा लग रहा था कि सब कुछ सामान्य है. सरकार बेवजह लाकडाउन एवं पूरी प्रशासनिक व्यवस्था कोरोना संकट से जूझने में लगाकर देश पर आर्थिक संकट का बोझ बढा रही है. जबकि कोरोना की दस्तक से समीप का तेलिहार पंचायत केंटेंनमेंट जोन घोषित होकर संभावित खतरे से निबटने को लेकर लगातार तैयारी में जुटी है.