Bharat Bandh in Jharkhand, खूंटी न्यूज (चंदन कुमार): माओवादी शीर्ष नेता प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में माओवादियों का भारत बंद झारखंड के खूंटी जिले में असरदार रहा. जिला मुख्यालय में बंद का मिलाजुला असर रहा. शहर की कुछ दुकानें खुली रहीं तो कुछ बंद रहीं. छोटे और कम दूरी के सवारी वाहन चले. लंबी दूरी के वाहन नहीं चले. वहीं पूरे जिले में बंद का व्यापक असर रहा. रनिया ब्लॉक चौक तथा आसपास के क्षेत्रों में नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर और पर्चा चिपकाया. एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि बंद को लेकर कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है.
खूंटी जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में बंद का असर देखने को मिला. प्रखंड मुख्यालय और आसपास के क्षेत्र की दुकानें नहीं खुलीं. बंद को देखते हुये खूंटी-तमाड़ पथ पर चलने वाले लंबदी दूरी के वाहनों को रोक दिया गया. उन्हें कचहरी मैदान में खड़ा किया गया. सभी वाहनों को पुलिस सुरक्षा में एक साथ तमाड़ की ओर भेजा गया. एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि बंद को लेकर कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. पुलिस सतर्क है. जिले में सभी ओर ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है.
माओवादियों के भारत बंद का रनिया, सोदे, लोहागढ़, मरचा, कैनबांकी सहित अन्य क्षेत्रों में व्यापक असर दिखा. बंद को लेकर रनिया ब्लॉक चौक तथा आसपास के क्षेत्र में बैनर-पोस्टर और पर्चा चिपकाया. इसे लेकर पूरे जिले में सनसनी फैल गयी. बैनर-पोस्टर और पर्चा में माओवादियों ने प्रशांत बोस और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी का विरोध किया है. रनिया में बंद को देखते हुये पुलिस लगातार गश्त लगाती रही.
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माओवादियों के बंद का अड़की प्रखंड में व्यापक असर देखने को मिला. अड़की से होकर कोई भी वाहन नहीं चला. बंद को लेकर शनिवार को अड़की के सोसोकुटी में आपके अधिकार, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत आयोजित होने वाले शिविर को रद्द कर दिया गया. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना टीकाकरण भी नहीं किया गया. माओवादियों द्वारा आहूत भारत बंद के दौरान शनिवार को तोरपा की दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे. यात्री वाहन नहीं चले, पर व्यावसायिक व निजी वाहनों का आवागमन जारी रहा. तपकारा में लगने वाला साप्ताहिक बाजार लगा, लेकिन उपस्थिति कम रही.
Posted By : Guru Swarup Mishra