Jharkhand News: झारखंड के खूंटी जिले की लगभग पांच लाख आबादी के लिए आगजनी से निपटने को लेकर मात्र एक अग्निशमन वाहन उपलब्ध है. अगर किसी समय दो जगहों पर आग लग जाये, तो अग्निशमन विभाग सिर्फ एक जगह पहुंच सकेगी. अगर वहां भी अग्निशमन वाहन का पानी समाप्त हो जाती है, उसे पानी लेने जाना पड़ेगा. ऐसे में आग पर काबू पाना मुश्किल हो जायेगा. अग्निशमन विभाग में कर्मियों की भी कमी है. खूंटी में कुल 16 पद सृजित हैं. जिसमें एक अग्निशमन अधिकारी, दो हवलदार और चार फायर फाइटर ही कार्यरत हैं.
खूंटी जिले में गर्मी के मौसम में अक्सर आगजनी की खबरें आती रहती हैं. ऐसे में अग्निशमन विभाग को परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं एक से अधिक बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम या वीआइपी के आगमन पर भी अग्निशमन वाहन की तैनाती में परेशानी होती है. हालांकि अग्निशमन पदाधिकारी सियाराम झा ने कहा कि जरूरत पड़ने पर रांची से भी वाहन आ जाता है. जिसके कारण अभी तक समस्या नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि एक और वाहन की मांग को लेकर विभाग को पत्र लिखा गया है.
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खूंटी जिले में लोग अगलगी को लेकर जागरूक नहीं हैं. आग लगने पर बचाव के उपाय बहुत कम जगहों पर दिखाई पड़ती है. शहर के किसी भी पेट्रोल पंप ने अग्निशमन विभाग से फायर लाइसेंस नहीं लिया है. शहर के मार्केट कॉम्प्लेक्स, बड़ी दुकानें, आवासीय परिसर में फायर लाइसेंस नहीं लिया गया है. कई सरकारी भवन भी नियम को पूरा नहीं करते हैं.
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अग्निशमन विभाग के अनुसार शहर में वीकेएस द्वारा निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स, उर्सुलाइन इंग्लिश मीडियम स्कूल, एकलव्य विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय ने ही अब तक फायर लाइसेंस लिया है. अग्निशमन पदाधिकारी सियाराम झा ने बताया कि लाइसेंस लेना बहुत आसान है. इसके लिए विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है.
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रिपोर्ट: चंदन कुमार