Jharkhand News (चंदन कुमार, खूंटी) : टोक्यो ओलंपिक 2020 में हिस्सा लेने वाली खूंटी की हॉकी खिलाड़ी निक्की प्रधान और सिमडेगा की सलीमा टेटे मंगलवार को खूंटी पहुंची. दोनों का खूंटी में भव्य स्वागत किया गया. दो अलग-अलग खुले जीप में सवार होकर निक्की प्रधान और सलीमा टेटे ने नगर का भ्रमण की. दोनों खिलाड़ियों को फूलमाला और गुलदस्ते से स्वागत करते गये. इस दौरान दोनों ओलंपियन लोगों का अभिभावदन स्वीकार कर रहीं थी.
अपने चहेते खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए शहरवासी उमड़ पड़े. सभी हाथ हिलाकर दोनों खिलाड़ियों का अभिवादन कर रहे थे. दोनों खिलाड़ियों का स्वागत करने का सिलसिला रांची-खूंटी मार्ग में हुटार चौक से ही शुरू हुआ. विभिन्न स्थानों पर रोक कर उन्हें बधाई दी गयी.
दो खुली जीप में शहर भ्रमण को निकली दोनों हॉकी खिलाड़ियों का काफिला गायत्री नगर में एकल अभियान और भारतीय सरना समाज, सार्वजनिक दुर्गा मंदिर के पास खूंटी हॉकी संघ, हैदर कंपलेक्स के पास अंजुमन इस्लामिया, नेताजी चौक में भाजपा युवा मोर्चा ने स्वागत किया. इसके अलावा सिनी, इंडियन ढाबा एंड फैमिली रेस्टोरेंट, जिला मोमिन कांफ्रेंस, मॉडल स्कूल, उर्सुलाइन कॉन्वेंट स्कूल, एसएस प्लस टू हाई स्कूल और बिरसा कॉलेज पहुंचा, जहां दोनों का भव्य स्वागत किया गया. वहीं, दोनों खिलाड़ियों ने बिरसा कॉलेज में भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा में माल्यापर्ण किया. इसके अलावा जिला फुटबॉल संघ, जिला क्रिकेट संघ, जिला आर्चरी संघ सहित अन्य खेल संगठनों ने भी उनका स्वागत किया.
पेलौल में भी निक्की प्रधान के गांव के लोगों ने स्वागत किया. वहीं, हेल्थ क्लब परिसर में जिला प्रशासन के द्वारा उनका स्वागत किया गया. जहां DC शषि रंजन, SP आषुतोष शेखर समेत अन्य अधिकारियों ने दोनों खिलाड़ियों को सम्मानित किया.
Also Read: झारखंड की ओलंपियन तीरंदाज बेटी दीपिका कुमारी परिवार संग CM हेमंत से मिली, बेहतर प्रदर्शन का दिलाया विश्वासहेल्थ क्लब में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओलंपियन निक्की प्रधान ने कहा कि वह मुरहू के हेसेल गांव से निकलकर टोक्यो ओलंपिक तक पहुंची. यह सफर आसान नहीं था. शुरुआत में हॉकी खेलना भी नहीं आता था. कोच दशरथ महतो ने मुझमें क्या देखा और हॉकी खेलने के लिए प्रोत्साहित किया. मेहनत करने के कारण एक दरवाजा बंद होता, तो दूसरा खुलता चला गया. 2011 में टर्निंग प्वाइंट रहा. झारखंड टीम से नेशनल गेम खेली. वहीं, सब जूनियर इंडियन कैंप के लिए चयन हुआ. 2012 में साउथ इस्टर्न रेलवे में चयन हुआ. 2013 में जूनियर इंडिया कैंप खत्म हो गया, लेकिन प्रैक्टिस नहीं छोड़ी.
2015 में सीनियर टीम में चयन हुआ. 2016 में झारखंड में हॉकी की लहर आया. टोक्यो ओलंपिक से पहले हमने निश्चय किया था कि इस बार भारतीय टीम को नया पहचान देंगे. मेडल के लिए काफी मेहनत किया पर चूक गये. वापस आने पर इतना प्यार मिलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन लोगों ने खूब प्यार और सपोर्ट दिया. खूंटी में भी लोगों का प्यार देखकर बहुत अच्छा लगा. आने वाले समय में खूंटी से और भी खिलाड़ी आ सकते हैं.
सिमडेगा की सलीमा टेटे ने कहा कि ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का अच्छा प्रदर्शन रहा. खेल के दौरान निक्की प्रधान ने समझाया था कि सिर्फ अपना गेम खेलती रहो. झारखंड से दो खिलाड़ी ओलंपिक में गये. यह बहुत लगता है. आगे टीम इंडिया को अवश्य मेडल दिलायेंगे.
Also Read: झारखंड की ओलंपियन हॉकी बेटी निक्की प्रधान और सलीमा टेटे मंगलवार को पहुंचेगी खूंटी, स्वागत को तैयार जिलाइस मौके पर डीसी श्री रंजन ने कहा कि निक्की और सलीमा ने एक गौरवमयी क्षण तैयार किया है. आने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा बनी है. उन्होंने जैसा खेल दिखाया वह अद्भुत है. अब बेटियां भी नई ऊंचाई को तय करने लगी है. इस अवसर पर उन्होंने हेल्थ क्लब में खिलाड़ियों के लिए प्रवेश निःशुल्क करने की घोषणा की.
वहीं, एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का अबतक का सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा. भविष्य में हॉकी खेल में नये आयाम खुलेगा. निक्की और सलीमा के ओलंपिक में खेलने के बाद खूंटी और सिमडेगा के खिलाड़ियों में नयी ऊर्जा का संचार हुआ है.
कार्यक्रम में निक्की के कॉच दशरथ महतो को भी सम्मानित किया गया. इसके बाद दोनों खिलाड़ी सिमडेगा के लिए रवाना हो गयी. इस दौरान हॉकी संघ के अध्यक्ष अशोक भगत, वरीय उपाध्यक्ष अर्पणा हंस, सुनील नायक, परमानंद कुमार, नामजन सोय मुरूम सहित अन्य उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.