Jharkhand News: रांची के तुपुदाना के एक परिवार ने डायन-बिसाही में एक महिला की हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को खूंटी थाना क्षेत्र के रेमता और पोटमगड़ा के बीच जंगल में फेंक दिया. पुलिस ने घटना के तीन दिनों के अंदर मृतका की पहचान करते हुए रिम्स की नर्स सलोमी मिंज समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि दो आरोपी फरार हैं. आपको बता दें कि मृतका आरोपी महिला की किरायेदार थी. सोमवार को खूंटी थाना में प्रेस कांफ्रेंस कर एसपी आशुतोष शेखर ने ये जानकारी दी.
खूंटी के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि 27 जनवरी को रेमता और पोटमगड़ा में अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया था. जिसकी पहचान गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र अंतर्गत घुघुरिया, नदीटोला निवासी नोरा लकड़ा उर्फ सोनू के रूप में किया गया था. वह तुपुदाना में रिम्स में नर्स के रूप में कार्यरत सलोमी मिंज के घर में किराये में रहती थी. एसपी ने बताया कि 17 जनवरी को सलोमी मिंज के बड़े बेटे अभिषेक तिर्की की अचानक मौत हो गयी थी. सलोमी मिंज को आशंका थी कि नोरा लकड़ा के द्वारा डायन या ओझा-गुणी करने के कारण उसकी मौत हुई है. इसे लेकर नोरा को उन्होंने परेशान करना शुरू किया. इसी क्रम में ओझा शहयानी संगा का भी उन्होंने सहारा लिया.
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27 जनवरी को सलोमी मिंज, उसकी बहन नूतन मिंज, ओझा शहयानी संगा सहित अन्य ने मिलकर नोरा लकड़ा की हत्या कर दी. जिसके बाद शव को कार से ले जाकर रेमता और पोटमगड़ा के बीच जंगल में फेंक दिया. एसपी ने बताया कि मृतका नोरा और आरोपी सलोमी मिंज की बहन नूतन की स्कूल से ही पहचान थी. उसी पहचान के आधार पर वह उनके घर में किराये पर रहती थी. मामले में पुलिस ने पांच आरोपी सलोमी मिंज, नूतन मिंज, सलयानी संगा, नितीश हेमरोम उर्फ गरई, प्रवीण कच्छप उर्फ पिंकू को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दो और आरोपी फरार हैं.
नितीश हेमरोम सलोमी मिंज के बेटे का दोस्त है. उसने शव को ठिकाने लगाने में मदद की थी. एसपी ने बताया कि घटना की जांच करने के लिए एसडीपीओ अमित कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया था. जांच के क्रम में पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान और एफएसएल की टीम का सहारा लिया था. पुलिस को आरोपी के घर से खून के धब्बे और कई सामान मिले. जिस स्कूटी और कार से शव को लाया गया था उसे भी बरामद कर लिया गया है. आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए पूरे घर का रंग-रोगन भी कर दिया था. अन्य किरायेदारों को भी भगा दिया था. इसके बाद भी पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया. एसआईटी में एसडीपीओ अमित कुमार, मुख्यालय डीएसपी जयदीप लकड़ा, खूंटी थाना प्रभारी पिंकू कुमार यादव, इंस्पेक्टर जयदीप टोप्पो, मारंगहादा थाना प्रभारी पुष्पराज, महिला थाना प्रभारी दुलारमनी टुडू, पुअनि रजनीकांत, भजन लाल महतो, सोनू कुमार और सशस्त्र बल शामिल थे.
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मृतका नोरा लकड़ा पूर्व में जेल जा चुकी थी. एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि रांची के गोंदा थाना में उसके खिलाफ नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने का आरोप दर्ज है. जिसमें वह जेल गयी थी. 20 मार्च 2021 को वह होटवार जेल से बाहर निकली थी.
रिपोर्ट: चंदन कुमार