किशनगंज. एनएच 327 इ पर ठाकुरगंज से बहादुरगंज के बीच मेची नदी पर निर्माणाधीन पुल के बीच का पाया धंस गया है. गौड़ी चौक में बन रहे इस पुल के धंसने से लोग चिंतित हैं. इस मामले में निर्माण एजेंसी की तरफ से बोलने को कोई तैयार नहीं है. विभाग के उच्च अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की.
जानकारी के मुताबिक जीआर इन्फ्रा कंपनी करोड़ों की लागत से 94 किलोमीटर लंबे गलगलिया से अररिया के बीच एनएच 327 इ का चौड़ीकरण का काम कर रही है. इस सड़क पर दर्जन भर नये पुलों का निर्माण होना है. महत्वपूर्ण पुलों में एक गौड़ी गांव के पास मेची नदी पर भी छह स्पेन का पुल बना है, जिसके बीच का पाया शुक्रवार को धंस गया. हालांकि, नदी में अभी पानी कम है.
गौरतलब है कि अररिया से गलगलिया के बीच फोर लेन सड़क बनने से बिहार-नेपाल के समानांतर एक और सड़क हो जायेगी, जो आपात स्थिति में एनएच 57 के एक विकल्प के रूप में काम करेगी. वहीं अररिया के अलावा सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों से नेपाल और बंगाल आना-जाना और आसान हो जायेगा. बागडोगरा से अररिया वाया ठाकुरगंज की दूरी 129 किमी, तो बागडोगरा से अररिया भाया पूर्णिया की दूरी 208 किमी है. वहीं इस नये रूट से दूरी 79 किमी कम हो जायेगी.
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अररिया-गलगलिया फोरलेन सड़क 94 किलोमीटर लंबी है. इस सड़क के निर्माण पर 1546 करोड़ खर्च हो रहे हैं. सड़क का निर्माण दो पैकेज में हो रहा है. पहले पैकेज में गलगलिया से बहादुरगंज के बीच सड़क है, जो 49 किलोमीटर लंबा है. इसके निर्माण में सिविल लागत 599 करोड़ खर्च हो रहा है, जबकि इस परियोजना पर कुल खर्च 766 करोड़ होगा. दूसरे पैकेज में बहादुरगंज से अररिया के बीच सड़क का निर्माण होगा. 45 किलोमीटर लंबी इस सड़क की सिविल लागत 598 करोड़, जबकि कुल खर्च 780 करोड़ 32 लाख है.
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एनएचएआइ, पूर्णिया के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि अभी इस पुल से वाहनों का आवागमन शुरू नहीं हुआ है. पुल का पाया धंस गया है. इस मामले की जांच करायी जायेगी.