Jharkhand News: झारखंड के कोडरमा जिले में बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण के बीच हालात का जायजा लेने व सुविधाओं की समीक्षा करने को लेकर चार सदस्यीय केंद्रीय टीम मंगलवार को कोडरमा पहुंची. टीम ने सदर अस्पताल के विभिन्न विभागों का जायजा लेने के बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तत्काल कोरोना के अनुरूप व्यवहार का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. इसके साथ ही संक्रमण वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग व हाई रिस्क वाले लोगों को चिन्हित कर टेस्टिंग पर जोर देने को कहा.
टीम ने सदर अस्पताल का जायजा लेने के बाद डीडीसी लोकेश मिश्रा से भी मुलाकात की और स्थिति की समीक्षा करते हुए सुधार को लेकर तत्काल कुछ एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया. टीम में हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट पटना के रिजनल ऑफिसर डॉ रविशंकर, आईसीएमआर भुवनेश्वर के सीनियर साइंटिस्ट डॉ सिद्धार्थ गिरि, एम्स पटना के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ शिवशंकर पासवान व आईडीएसपी एनसीडीसी नई दिल्ली के कंस्लटेंट डॉ वरुण सिंह शामिल थे.
जानकारी के अनुसार दोपहर में पहुंची केंद्रीय टीम ने सदर अस्पताल में बने डीसीएचसी का जायजा लिया. यहां भर्ती मरीजों से बात की. इसके बाद ट्रूनेट जांच केंद्र, हेल्प डेस्क, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोडरमा में बने वैक्सीनेशन सेंटर का जायजा लिया. टीम ने यहां उपलब्ध सुविधाओं पर संतोष जताया. साथ ही जिले में कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए हो रहे सैंपलिंग को भी संतोषजनक बताया. कहा कि ज्यादा संक्रमित मिलना चिंता की बात नहीं, पर अगर कम जांच होगी तो इससे चुनौतियां बढ़ सकती हैं. इसलिए जांच का दायरा बढ़ाए रखें. टीम ने जिले के वैक्सीनेशन की स्थिति पर भी संतोष जताया. हालांकि, कोविड अनुरूप व्यवहार के अनुपालन को लेकर सख्ती बरतने, लोगों में जागरूकता लाने के लिए प्रचार-प्रसार पर जोर देने का निर्देश दिया. मौके पर सिविल सर्जन डॉ डीपी सक्सेना, प्रभारी उपाधीक्षक डॉ शरद कुमार, डॉ मनोज कुमार, विकास चौधरी, अविनाश कुमार व पवन कुमार आदि मौजूद थे.
बताया जाता है कि केंद्रीय टीम ने बढ़ रहे मामलों की रोकथाम के लिए होम आइसोलेशन में रह रहे अधिकतर मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती करने का निर्देश दिया है. टीम ने सभी मरीजों को मोटिवेट करते हुए कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (सीसीसी) में भर्ती करने की बात कही है. वर्तमान में मात्र चार मरीजों को छोड़कर डेढ़ सौ से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में हैं. इन्हें इंजीनियरिंग कॉलेज में बने 110 बेड के सीसीसी में लाने के प्रयास पर जोर दिया गया है. इसके अलावा जिले भर के सरकारी कार्यालयों एवं सदर अस्पताल में बायोमेट्रिक मशीन से लिए जा रहे अटेंडेंस को तत्काल प्रभाव से बंद करने का सुझाव टीम ने दिया है. टीम ने इससे भी संक्रमण के बढ़ने की आशंका जतायी है.
रिपोर्ट: विकास