Jharkhand news: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अब जान भी लेने लगी है. रविवार को जिले में इस सीजन में कोरोना से मौत का पहला मामला सामने आया. चंदवारा थाना क्षेत्र के आरागारो निवासी 45 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना संक्रमित होने पर मौत हो गई. हालांकि, वह अस्थमा से पहले से पीड़ित था. इस मौत के बाद शव घर तक पहुंचाने की सरकार व प्रशासनिक व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठ गया है.
आरोप है कि कोरोना संक्रमित की रिम्स रांची ले जाने के क्रम में रामगढ़ के पास रास्ते में मौत हुई, तो 108 एंबुलेंस वाले ने वहीं छोड़ दिया. उसी ने एक निजी एंबुलेंस को बुलाया जिसने चंदवारा स्थित घर तक शव पहुंचाने के लिए 12 हजार रुपये मांगे. बाद में नौ हजार रुपये देने की बात पर निजी एंबुलेंस चालक शव लेकर चंदवारा आने को तैयार हुआ. इस बात पर परिजनों ने रोष जताया है.
दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग ने इसमें नियमों के पेंच का हवाला दिया है. विभाग की मानें तो 108 एंबुलेंस से शव ढोने का प्रावधान नहीं है. बात जो भी हो, पर कोरोना से मौत के बाद शव को रामगढ़ से चंदवारा तक लाने के लिए एंबुलेंस द्वारा नौ हजार रुपये वसूले जाने की बात हैरानीजनक है.
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मृतक के परिजन बालेश्वर रविदास ने बताया कि सदर अस्पताल कोडरमा में स्थिति खराब होने पर रिम्स रांची रेफर किया गया था, पर रास्ते में स्थिति और खराब हो गयी, तो 108 एंबुलेंस वाले ने सदर अस्पताल, रामगढ़ ले जाने की बात कही. इस बीच मौत हो गई, तो उसने कहा कि हम अब शव नहीं ले जा सकते. नियमत: हम शव नहीं ढोते हैं. बाद में किसी तरह के निजी एंबुलेंस वाले से बात हुई. किसी तरह पैसे जमा कर तत्काल उसे चार हजार रुपये दिये, तो वह चंदवारा के लिए आने को तैयार हुआ. यहां आकर उसे पांच हजार रुपये और देने पड़े. रामगढ़ से चंदवारा लाने के लिए नौ हजार रुपये लिए गये. बालेश्वर ने सरकारी एंबुलेंस की व्यवस्था गरीब परिवार के लिए नहीं होने पर सवाल उठाया.
कोरोना से मौत के मामले की पुष्टि करते हुए सदर अस्पताल के फ्लू कॉर्नर के नोडल पदाधिकारी डॉ शरद कुमार ने बताया कि आरागारो निवासी उक्त व्यक्ति बीमार था. परिजन उसे रविवार सुबह करीब तीन बजे इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आए थे. उस समय मरीज का ऑक्सीजन लेवल 20 था. कोरोना मरीज मानते हुए उनका रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट से जांच की गई, जिसमे वह पॉजिटिव निकला. इसके बाद डीसीएचसी में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया. स्थिति में सुधार नहीं देख ऑक्सीजन सपोर्ट में उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया. रास्ते मे उसकी मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति को पूर्व से अस्थमा था. सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ थीं. स्थिति गम्भीर होने के बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया था. इधर, बताया जाता है कि मृतक पंजाब में रहकर चटाई इंडस्ट्री में काम करता था. गत 28 दिसंबर को ही वह पंजाब से लौटा था. बीमार होने पर वह गिरिडीह के पचम्बा से अपना इलाज करा रहा था. स्थिति खराब होने पर वह सदर अस्पताल कोडरमा पहुंचा था.
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इधर, जिले में 24 घंटे के अंदर कोरोना संक्रमण के 86 नये मामले सामने आए हैं. ट्रू नेट जांच में पांच, आरटीपीसीआर जांच में 78 व एंटी जेन जांच में तीन लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. दूसरी ओर 48 संक्रमित स्वस्थ भी हुए है. फिलहाल जिले में सक्रिय केस की संख्या 626 है.
इधर, 15 से 18 वर्ष के किशोरों को कोविड टीका देने का अभियान जोर पकड़ रहा है. रविवार को 2120 किशोरों को विभिन्न सेशन साइट पर टीके का पहला डोज दिया गया. सतगावां में 105, मरकच्चो में 19, परियोजना बालिका उच्च विद्यालय कोडरमा में 73, सदर अस्पताल में 31, रेफरल अस्पताल डोमचांच में 60, सीडी गर्ल्स हाई स्कूल झुमरीतिलैया में 180, चंदवारा पूर्वी में चार, सीएचसी कोडरमा में 265 व जयनगर सीएचसी के विभिन्न सेशन साइट पर 1383 किशोरों ने टीका लगवाया.
Posted By: Samir Ranjan.