Jharkhand news: कोडरमा जिला अंतर्गत चंदवारा थाना क्षेत्र के जामूखांडी के समीप तिलैया डैम में डूबे 14 वर्षीय विशाल कुमार दास उर्फ बंटी (पिता राजू दास, खैरा इचाक, हजारीबाग) का शव चौथे दिन निकाला जा सका. घटना के तीन दिन बाद मंगलवार को एनडीआरएफ, रांची की टीम विशाल के शव को खोजने में सफल रही. इससे पहले रांची से आयी एनडीआरएफ की टीम मंगलवार सुबह में भी घंटों शव की खोजबीन करती रही, पर दोपहर करीब एक बजे शव को निकाला जा सका. शव निकाले जाने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. कुछ देर के लिए पूरा माहौल गमगीन हो गया.
जानकारी के अनुसार, 19 फरवरी की सुबह 11 बजे विशाल के अलावा राहुल कुमार व मिथिलेश दास नहाने के लिए तिलैया डैम के किनारे गये थे. इस दौरान दो बच्चे डूब गये थे, जिसमें से एक बचकर निकल गया था, जबकि विशाल का कुछ पता नहीं चल पाया है. विशाल अपने मामा के शादी समारोह में शामिल होने के लिए आया था और इसी दौरान नहाने डैम चला गया था.
घटना के बाद स्थानीय मछुआरों ने उसकी काफी खोजबीन की थी, पर सफलता नहीं मिली थी. बाद में पुलिस प्रशासन ने चौपारण से गोताखोरों की टीम को भी शव की खोजबीन में लगाया, लेकिन शव को खोजा नहीं जा सका था. इसी बीच रविवार देर शाम एनडीआरएफ, रांची से 14 सदस्यीय टीम घटनास्थल पर पहुंची थी. टीम ने सोमवार को घंटों खोजबीन की, पर पता नहीं चल पाया था.
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मंगलवार की सुबह एक बार फिर एनडीआरएफ ने खोजबीन अभियान शुरू किया. इस दौरान दोपहर करीब एक बजे विशाल के शव को निकाला गया. शव निकाले जाने के बाद लोग उसके शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए ले जाने देने को तैयार नहीं थे. ऐसे में मौके पर मौजूद अंचलाधिकारी रामरत्न वर्णवाल, थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह आदि ने लोगों को समझाया गया. इसके बाद लोग शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाने देने को तैयार हुए.
Posted By: Samir Ranjan.