बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा मंगलवार को लखीसराय में थे. यहां प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर वह एक बार फिर से भड़क गए. उन्होंने कहा की पिपरिया में जो मर्डर हुआ, इससे पहले भी ऐसी हत्या हुई थी. वीरूपुर थाना में जो दारोगा था वही दारोगा है. उसका बस पिपरिया थाना में ट्रांसफर कर दिया गया है.
ऐसे भ्रष्ट लोगों को अगर हम संरक्षण देंगे तो जवाबदेही कौन तय करेगा. सिर्फ डीएसपी और एसपी का ट्रांसफर हो जाने से क्या होगा? मानसिकता पर ब्रेक लगनी चाहिए.
राज्य में बढ़ते आपराधिक मामलों को लेकर विजय सिन्हा ने चिंता जताते हुए पुलिस पर कई सवाल खड़े किए. इसके पहले भी उन्होंने अपने लखीसराय दौरे के दौरान पुलिस प्रशासन पर कई तरह के सवाल उठाए थे. इस कारण सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच सदन में नोकझोंक भी हुई थी. इस बार फिर विजय सिन्हा ने डीजीपी, मुख्य सचिव और सीएम नीतीश कुमार से इस मामले की शिकायत करने की बात कही है.
बता दें की लखीसराय में आए दिन आपराधिक वारदातें देखने को मिल रही है. इसी क्रम में पिपरिया थाना क्षेत्र में बीते 22 मई को मुरारिया गांव में एक बच्ची की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. अब तक इस घटना पर पुलिस की तरफ से न तो कार्रवाई हुई और ना ही कोई गिरफ्तारी हुई.
Also Read: बिहार में जातीय जनगणना पर एक जून को होगी सर्वदलीय बैठक, विजय चौधरी ने की घोषणा
वहीं बीते दिनों लखीसराय से एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें सरस्वती पूजा समारोह के दौरान कुछ लोगों को राइफल लहराते हुए देखा गया था. इस मामले में पुलिस ने आयोजक की जगह वहां मौजूद दर्शकों पर ही कार्रवाई शुरू कर दी. इन सारी बातों को सुनने के बाद विजय सिन्हा पुलिस पर भड़क गए और थाना प्रभारी के साथ तमाम पुलिसकर्मियों की क्लास लगा दी. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष होने के नाते वह अपने विधानसभा क्षेत्र में इस तरह की चीजें कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं.