Jharkhand News: आत्मा कार्मिक संघ, झारखंड के आह्वान पर पदों में समायोजन की मांग को लेकर बुधवार से कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (Agricultural Technology Management Agency- ATMA) यानी आत्मा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं. अपनी समस्या के समाधान को लेकर उच्च अधिकारियों सहित मंत्री को मांग पत्र सौंपा गया, लेकिन अब तक समाधान नहीं निकलने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य हुए.
आत्मा कर्मियों की मांग पर नहीं किया जा रहा विचार
कृषि विभाग के लेखापाल सह लिपिक भोला राम ने बताया कि संघ द्वारा विगत कई वर्षों से अपनी मांगों के लिए विभागीय मंत्री सहित सभी उच्च अधिकारियों को मांग पत्र दिया गया. लेकिन, अभी तक विभाग द्वारा आत्मा कर्मियों की मांग पर कोई विचार नहीं किया गया. जबकि कृषि एवं कृषि से संबंधित विभागों द्वारा संचालित सभी योजनाओं को आत्मा कर्मियों
द्वारा ही पूरा किया जाता है.
पिछले छह माह से नहीं मिला वेतन
जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि आत्मा कर्मियों को कृषि विभाग के अंतर्गत विभिन्न पदों में समायोजन किया जाए. कहा कि आत्मा कर्मी को साल में दो बार वेतन मिलता है जिसे प्रत्येक महीना देने का सरकार प्रावधान करें. उन्होंने कहा कि वेतन पिछले छह माह से नहीं मिला है.
काला बिल्ला से लेकर प्रदर्शन कर जताया विरोध
मालूम हो कि गत तीन सितंबर को काला बिल्ला लगाकर जिला कृषि कार्यालय आत्मा कार्यालय में विरोध प्रदर्शन और पांच सितंबर को कलम बंद हड़ताल किया गया था. मौके पर उप परियोजना निदेशक आत्मा सप्तमी कुमार झा, बलवीर सिंह, अविनाश कुमार, शमीम अंसारी, सौरभ जायसवाल, राहुल कुमार सिंह, सपना कुमारी, सविता उरांव, अली अंसारी, रोशन कुजूर, रागिनी कुमारी, महानंद भगत समेत कई लोग उपस्थित थे.
कई कार्य हो रहे प्रभावित
आत्मा कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से जिला कृषि विभाग का कई कार्य प्रभावित हो रहा है. सबसे महत्वपूर्ण झारखंड राहत फसल योजना का कार्य प्रभावित है. आत्मा के ATM और BTM द्वारा झारखंड राहत फसल योजना का कार्य निष्पादित किया जाता है, लेकिन इनके हड़ताल पर रहने से कार्य प्रभावित है. इसके अलावा फसल बीमा योजना के लिए निबंधन, बीज का वितरण एवं रबी फसल के लिए प्रशिक्षण का कार्य भी प्रभावित है.
रिपोर्ट : चंद्रप्रकाश सिंह, लातेहार.