Jharkhand News: झारखंड बचाओ मोर्चा के प्रदेश संयोजक सह बोरियो के विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि राज्य में जल, जंगल और जमीन बचेगा, तो आदिवासी बचेंगे. इसलिए हमें फिर से लड़ने के लिए तैयार रहने की जरूरत है. उन्होेंने कहा कि राज्य भर में 53 संगठनों को मिलाकर झारखंड बचाओ मोर्चा की स्थापना की गयी है.
हेमंत सरकार पर साधा निशाना
लातेहार में आयोजित मोर्चा के प्रमंडल स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि बिहार से झारखंड अलग राज्य होने के बाद भी लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है. राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद यहां के मूल निवासी आदिवासियों से किया गया वादा, अब तक पूरा नहीं किया गया है. सरकार बनने से पहले हेमंत सोरेन ने झारखंड के लोगों से वादा किया था कि जल, जंगल और जमीन, एसपीटी एक्ट, सीएनटी एक्ट, 1932 खतियान और पेसा एक्ट को लागू करेंगे. लेकिन आज सरकार किसी मुद्दा को लागू नहीं कर सकी है.
संताल परगना में सुखाड़ के कारण लोग कर रहे पलायन
आज भी यहां के मूल निवासी अपनी जमीन नहीं बचा पा रहे हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में पेसा एक्ट लागू कर दिया गया है, जबकि झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य एक साथ बना था. पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने कहा कि संताल परगना में सुखाड़ के चलते लोग पलायन कर रहे हैं. सरकार 1932 जोहर यात्रा निकाल कर जनता को ठग रही है.