Jharkhand News, लातेहार न्यूज (आशीष टैगोर) : झारखंड के लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के कार्यालय व स्टाफ रूम के बरामदे की छत सोमवार की सुबह तकरीबन 11 बजे अचानक गिर गयी. जिस समय यह घटना हुई उस समय प्राचार्य गिरजा राम, सहायक लक्षमण उरांव व अनुसेवक बरामदे के बगल में अवस्थित कार्यालय में बैठ कर काम कर रहे थे. इस घटना में ये तीनों बाल-बाल बच गये. आपको बता दें कि दो साल पहले छात्रावास की छत गिर गयी थी. इसमें एक मजदूर की मौत हो गयी थी.
अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के प्राचार्य गिरजा राम ने बताया कि इस भवन का निर्माण 90 के दशक में किया गया था. आज ये भवन काफी जर्जर हो चुका है. भवन के अंदर पानी रिसता है. बीच-बीच में मरम्मत कर कार्यालय का काम किया जाता है. इस बार तो छत ही गिर गई. गनीमत यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि नये भवन का निर्माण कराने के लिए प्रस्ताव कल्याण विभाग एवं विभागीय सचिव को भेजा गया है.
आपको बता दें कि अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के छात्रावास की भी स्थिति अत्यंत जर्जर है. यहां कभी भी कोई बढ़ी घटना घट सकती है. वर्तमान में छात्रावास में रहने वाले बच्चे छात्रावास के बजाय कक्षा में ही रहने को विवश हैं, जबकि विद्यालय के पठन-पाठन का कार्य विद्यालय परिसर में ही स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय भवन में किया जा रहा है. दो वर्ष पूर्व छात्रावास मरम्मत का कार्य करने के दौरान छात्रावास की छत गिर जाने से एक मजदूर की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद छात्रावास की मरम्मत का कार्य बंद कर दिया गया था, जो अभी भी बंद है.
आपको बता दें कि इससे पहले पलामू जिला अंतर्गत हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के जपला-बुधुआ पथ स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय परिसर में नवनिर्मित हॉस्टल का छज्जा गिर गया था. छज्जा गिरने से स्कूल की 6 छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गयी थीं. घायलों में 4 छात्राओं की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए मेदिनीनगर रेफर कर दिया गया था. घायलों में वर्ग 12वीं की छात्रा प्रियंका कुमारी, कुसुम कुमारी, कविता कुमारी और 10वीं की मीरा कुमारी, सरस्वती कुमारी व शोभा कुमारी के नाम शामिल हैं.
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Posted By : Guru Swarup Mishra