बेतला (लातेहार/पलामू), संतोष कुमार : नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए ) के निर्देश पर बरसात के कारण तीन महीने के लिए लगाये गये नो इंट्री की अवधि 30 सितंबर को पूरी हो रही है. एक अक्टूबर से बेतला नेशनल पार्क पर्यटकों के भ्रमण के लिए खोल दिया जाएगा. बेतला नेशनल पार्क प्रबंधन के द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. बेतला नेशनल पार्क के अंदर खराब सड़कों की मरम्मत कर दी गयी है. वहीं बारिश के कारण खराब वैसे सड़क जहां पर पर्यटकों को पहुंचना मुश्किल है अथवा दुर्घटना होने की संभावना है, वैसे इलाके को फिलहाल बंद रखा गया है. नो एंट्री के बाद बेतला नेशनल पार्क खुलने से करीब तीन महीने से वीरान पड़े बेतला नेशनल पार्क में रौनक लौटने की उम्मीद है. इधर बेतला नेशनल पार्क के खुलने की सूचना पर पर्यटकों ने कई होटल को अग्रिम बुकिंग कर ली है. बेतला स्थित पर्यटन विभाग का होटल वन विहार 30 सितंबर को ही हाउसफुल है. वहीं 1 अक्टूबर के बाद भी कई होटलों में पर्यटकों ने अपने रहने के लिए स्थान को सुरक्षित कर लिया है.
पर्यटन विभाग के द्वारा भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के होर्डिंग व बोर्ड लगाये गये हैं. बेतला से लेकर नेतरहाट तक व बेतला से लेकर रांची तक सड़क के किनारे भी संकेतक लगा दिया गया है. ताकि पर्यटक आसानी से बेतला पहुंच सके. वहीं केचकी व बेतला में तोरण द्वार भी बनाया गया है. पर्यटकों को अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए वन विभाग के द्वारा भी इस बार विशेष पहल की जा रही है. गाइडों को प्रशिक्षण देने का काम किया गया है. वहीं गाइड को पार्क में जाने से पहले कई जानकारी उपलब्ध कराया गया है. गाइड पर्यटकों के साथ कैसे बात करेंगे, उन्हें कैसे बेतला नेशनल पार्क की खूबियों को बताएंगे और उन्हें किन-किन नियमों का पालन करना होगा, इसकी विशेष जानकारी दी गयी है. वहीं वाहन चालकों को भी कई दिशा निर्देश दिये गये हैं .
पार्क घूमते समय पर्यटकों को नियमों का करना होगा पालन
बेतला नेशनल पार्क प्रबंधन के द्वारा नो इंट्री के बाद पार्क खुलने पर पर्यटकों के लिए कई दिशा निर्देश जारी किये गये हैं. बताया गया है कि जंगल में जाने के बाद किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ को जंगली जानवरों को नहीं देना है. खाद्य पदार्थों के पैकेट को नहीं ले जाने की हिदायत दी गयी है. वहीं किसी भी तरह के हथियार ले जाने की भी सख्त मनाही है. पार्क के अंदर डीजे अथवा ने अन्य किसी भी तरह के साउंड सिस्टम को बजाने पर रोक लगा दी गयी है. पार्क घूमने के दौरान किसी भी पर्यटक को वाहन से उतरने की इजाजत नहीं रहेगी. पार्क में अंदर शोरगुल नहीं करना है. जंगली जानवर देखने पर गाइड के निर्देश पर काम करना है. वहीं वाहन के अंदर किसी भी तरह के आपत्तिजनक कार्य करने पर पर्यटकों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
प्लास्टिक पर पूरी तरह रहेगा प्रतिबंध
पार्क परिसर सहित आसपास की सफाई कराई जाएगी और साथ ही साथ प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनाने का भी काम शुरू किया गया है. प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्लास्टिक को इधर-उधर नहीं फेंकने की हिदायत दी गयी है. प्लास्टिक वाले वाटर बोतल लाने पर भी रोक लगा दी गयी है. जो लोग प्लास्टिक बोतल लेकर आएंगे उन्हें पुनः वापस अपने साथ ले जाना होगा. प्लास्टिक इधर-उधर फेंके जाने से कई बार बंदर सहित अन्य जंगली जानवर उसे खा जाते हैं, जो उनके लिए नुकसान दे साबित होता है. वहीं जंगली जानवरों को भी किसी भी तरह के कोई खाद्य पदार्थ देने से मना किया गया है.
एक लाख से अधिक पर्यटक पहुंचते हैं बेतला
बेतला नेशनल पार्क में सैलानियों की इस बार काफी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है. इधर कई होटल को सैलानियों के द्वारा बुकर दिया गया है. वहीं नये ट्री हाउस व कैफेटेरिया का भी निर्माण कराया जा रहा है. साथ ही साथ पर्यटकों को अन्य सुविधा मुहैया कराने के लिए वन विभाग के द्वारा विशेष टीम गठित की गयी है. पेट्रोलिंग के लिए भी विशेष निगरानी टीम रखी गयी है . बेतला नेशनल पार्क के निजी होटल के द्वारा भी पर्यटकों को सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है. सभी होटल में ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था कर दी गयी है. ऑनलाइन व्यवस्था होने के कारण अब पर्यटकों को अपने कमरे बुक करने में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही है.
पार्क खुलने से गाइड व स्थानीय लोगों में भी हर्ष का माहौल है. पिछले तीन महीने से वे लोग भी बेकार बैठे हुए थे. अब पार्क खुलने से उन्हें रोजगार मिलने की संभावना है. बेतला नेशनल पार्क में प्रतिवर्ष एक लाख से भी अधिक पर्यटक पहुंचते हैं. इनमें कम से कम 20 हजार से अधिक लोग बेतला नेशनल पार्क का भ्रमण करते हैं. नो एंट्री के दौरान बेतला नेशनल पार्क को तो लोग भ्रमण नहीं कर सके लेकिन इससे पलामू किला, मंडल डैम, ततहा झरना, सुग्गा बांध, लोध फॉल सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ देखी गयी. अब बेतला नेशनल पार्क के खुल जाने से इस इलाके में रौनक लौटने की उम्मीद है. दुर्गा पूजा की छुट्टी में सर्वाधिक भीड़ उमड़ती है. 17 अक्टूबर से लेकर 30 अक्टूबर तक पर्यटकों ने अग्रिम बुकिंग करा लिया है.
क्या कहते हैं रेंजर
बेतला नेशनल पार्क रेंजर शंकर पासवान ने कहा कि पार्क खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. पर्यटकों को सभी सुविधा मिले इसका पूरा प्रयास किया गया है.
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