सानिया के लिए फिटनेस और प्रैक्टिस है सबसे पहले
सानिया मिर्ज़ा ‘भारत की पहली महिला टेनिस खिलाड़ी‘ है जिन्होंने ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है. विबंलडन का यह खिताब जीत कर सानिया ने इतिहास रच डाला. सबसे कम उम्र में पदमश्री पाने वाली महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा आज विश्व में नंबर वन टेनिस खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं. अपने अथक प्रयासों और कड़ी मेहनत […]
सानिया मिर्ज़ा ‘भारत की पहली महिला टेनिस खिलाड़ी‘ है जिन्होंने ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है. विबंलडन का यह खिताब जीत कर सानिया ने इतिहास रच डाला. सबसे कम उम्र में पदमश्री पाने वाली महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा आज विश्व में नंबर वन टेनिस खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं. अपने अथक प्रयासों और कड़ी मेहनत के दम पर आज सानिया सफलता के शिखर पर हैं.
सानिया का उत्साह, मेहनत, लगन और नॉनस्टॉप रहने वाली चुस्तिफुर्ती का राज है उनका फिट रहना. बचपन से ही सानिया खाने-पीने को लेकर सतर्क रही हैं. जिस उम्र में बच्चे चॉकलेट, केक, टॉफी के शौकीन होते हैं उस उम्र में सानिया टेनिस की दीवानी थीं और तभी से अपने खान-पान का ध्यान रखती थीं. जिसका परिणाम आज हम सभी के सामने है.
सानिया के फिट रहने और उनके खान-पान की आदतों के बारे में कहा जाता है कि सानिया बहुत चूज़ी हैं और फिटनेस को लेकर काफी सजग रहती हैं. आइए जाने क्या है सानिया का फिटनेस मंत्र…
सानिया कहती हैं कि वह एक स्पोर्ट्स पर्सन है. टेनिस मुश्किल खेलों में से एक हैं और यह ज्यादा-से-ज्यादा प्रैक्टिस मांगता है. इसलिए लिए यह जरुरी हो जाता है कि परफेक्ट डाइट प्लान के साथ-साथ परफेक्ट एक्सरसाइज भी प्लान किया जाए.
सानिया विटामिन्स, प्रोटीन से भरे खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में अधिक शामिल करती हैं.
इसके साथ ही जिम, एरोबिक्स और कुछ हैवी एक्सरसाइज को अपने रूटीन में जरुर रखती हैं. सानिया हफ्ते में 4 दिन जिम जाती हैं जहाँ कम-से-कम 3 घंटे अपनी कसरत को देती हैं इसके साथ ही ट्रेडमिल पर भी घंटा भर बिताती हैं.
हालाकि सानिया ने अब डबल्स खेलना बंद कर दिया है लेकिन वह बताती हैं कि मैच से पहले मैं और मेरे साथी महेश भूपति ब्लंड पास्ता खा कर जाते थे जो हमें लम्बे समय तक चार्ज रखता था और इससे पेट भी भरा रहता था.
सानिया का रूटीन वर्कआउट
खेल खलते समय अक्सर चोट लग ही जाती है. ऐसे में यदि खिलाड़ी फिट न हो तो उसके लेने-के-देने पड़ सकते हैं. सानिया इस बारे में खुद को लकी मानती हैं. उनके अनुसार बचपन से ही उनके पिता ने उन्हें फिट रहने पर अधिक जोर दिया ताकि वह खेल को बिना दर्द के खेल सकें. रोजाना 5 से 6 घंटे की प्रेक्टिस और 3 घंटे का वर्कआउट सानिया को कम्प्लीट फिटनेस देता है. सानिया की चुस्त-दुरुस्त, फिट बॉडी उनके लिए उनका स्टाइल स्टेटमेंट है.
सानिया जब खेलती नहीं है तब वह सुबह 6 बजे जाग जाती हैं और अपनी फिजिकल ट्रेनिंग के लिए चली जाती हैं. घंटा भर बाद घर आती हैं और नाश्ता करती हैं उसके बाद 8 बजे टेनिस कोर्ट्स चली जाती हैं.
2 घंटे की प्रैक्टिस के बाद 10:30 तक घर वापस आ कर सानिया रेस्ट करती हैं और दिन के 2 बजे फिर से वापस कोर्ट्स चली जाती हैं. वहां 4:30 तक प्रेक्टिस करने के बाद 6:30 बजे तक फिजिकल फिटनेस के लिए जिम जाती हैं.
सानिया की फूड चॉइस
सानिया मौसम के अनुरूप ही अपना डाइट प्लान बनाती हैं. मौसम के अनुसार उपलब्ध फूड्स को अपने आहार में शामिल करती हैं. प्रोटीन का भरपूर सेवन करती हैं. नॉनवेज खाने वाली सानिया जब हैवी डाइट लेती हैं तो जिम में जम कर मेहनत भी करती हैं. खाने की शौकीन होने के बाद भी सानिया डाइट प्लान को अच्छे से फॉलो करती हैं.