इंसान और कंप्यूटर मिल कर बदल सकते हैं दुनिया!
मनुष्य ने मशीन को कम समय में ज्यादा काम करने के लिए बनाया है यानी मनुष्य ने मशीन में अपनी क्षमता से अधिक ऊर्जा, उसकी कार्यशीलता बढ़ाने के लिए दी है. सोचिए, अगर मनुष्य और मशीन की बुद्धि मिल जाए तो क्या हो? वैज्ञानिकों का मानना है कि मनुष्य और मशीन की बुद्धि मिल जाए […]
मनुष्य ने मशीन को कम समय में ज्यादा काम करने के लिए बनाया है यानी मनुष्य ने मशीन में अपनी क्षमता से अधिक ऊर्जा, उसकी कार्यशीलता बढ़ाने के लिए दी है. सोचिए, अगर मनुष्य और मशीन की बुद्धि मिल जाए तो क्या हो? वैज्ञानिकों का मानना है कि मनुष्य और मशीन की बुद्धि मिल जाए तो दुनिया में बड़ा बदलाव आ सकता है.
न्यूयार्क स्थित ह्यूमन कंप्यूटेशन इंस्टीट्यूट और कोर्नेल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पारंपरिक सीमाओं से परे इसकी संभावनाओं का अध्ययन किया.
अध्ययन के अनुसार, मनुष्य और मशीन की बुद्धि के मेल से बनी सुपर इंटेलीजेंस से जलवायु परिवर्तन से लेकर टकराव जैसी बड़ी समस्याएं सुलझाना संभव हो सकता है.
यही नहीं, इसके जरिये उन जटिल समस्याओं को हल करने की कोशिश की जिन्हें फिलहाल पहुंच से दूर माना जाता रहा है.
शोधकर्ताओं ने कहा कि चूंकि, मनुष्य ने मशीन को बनाया है इसलिए समझ के मामले में वह मशीनों से आगे है. मनुष्य में चीजों को पहचानने की और रचनात्मकता की विशेष क्षमता होती है. जो मशीन में नहीं होती. यदि मनुष्य की इन क्षमताओं को मशीन की क्षमताओं से जोड़ दिया जाए तो उन समस्याओं के समाधान भी आसानी से मिल सकते हैं, जो पारंपरिक मशीनों से संभव नहीं हैं.
मानव और मशीन के दिमाग के मेल से सुपर इंटेलीजेंस बनाने की दिशा में लंबे समय से शोध चल रहे हैं. ताजा अध्ययन के नतीजों से इस दिशा में शोध को और बल मिलने की उम्मीद है.