तारा समूहों में जीवन! जी हाँ, हैरान हो गये न! यदि पृथ्वी जैसे दूसरे ग्रहों पर जीवन हो सकता है तो तारों पर क्यों नहीं! वैज्ञानिकों ने मंगल और चाँद पर जीवन के अंश खोज निकाले और अब तारों के समूह में जीवन की संभावनाएं तलाश रहें हैं.
वैज्ञानिकों का दावा है कि तारा समूहों में ऐसे स्थान हो सकते हैं, जहां सभ्यताएं हो सकती हैं. इन समूहों में दस लाख तारे हो सकते हैं.
हार्वर्ड स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स से जुड़े रोसने डिस्टेफनो ने कहा, ‘एक तारा समूह ऐसा पहला स्थान हो सकता है, जिसमें जीवन की पहचान की गई है।’
शोधकर्ताओं ने बताया कि हमारी आकाशगंगा में करीब 150 तारा समूह हो सकते हैं, जिनमें से यादातर आकाशगंगा के बाहरी इलाके में परिक्रमा कर रहे हैं। इनका निर्माण औसतन दस अरब साल पहले हुआ होगा.
कुछ वैज्ञानिकों का तर्क है कि इन तारा समूहों में ग्रहों के होने की संभावना बेहद कम है.
वास्तव में एक तारा समूह में केवल एक ग्रह पाया गया. हालांकि डिस्टेफनो और इस शोध से जुड़े मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फाउंडेशन रिसर्च के अलक राय का कहना है कि यह विचार निराशावादी है.