क्या आप खायेंगे 300 साल पुराना पिज्ज़ा?
सुनने में यह बेहद अजीब है लेकिन क्या सच में आप 300 साल पुराना पिज्ज़ा खाना पसंद करेंगे? नहीं न! लेकिन अमेरिकी सेना के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक खोजी है जो आपको 300 साल पुराना पिज्ज़ा भी बिलकुल ताज़े पिज्ज़ा की तरह खिला सकती है. जी हाँ, चौंक गये न! जानिए क्या है ये […]
सुनने में यह बेहद अजीब है लेकिन क्या सच में आप 300 साल पुराना पिज्ज़ा खाना पसंद करेंगे? नहीं न! लेकिन अमेरिकी सेना के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक खोजी है जो आपको 300 साल पुराना पिज्ज़ा भी बिलकुल ताज़े पिज्ज़ा की तरह खिला सकती है. जी हाँ, चौंक गये न! जानिए क्या है ये तकनीक…
ये सोच कर ही आपका मुंह बन जाएगा कि तीन साल पुराना पिज्ज़ा आपको खिलाया जा रहा है लेकिन अमेरिकी सेना से जुड़े वैज्ञानिकों ने एक तकनीक खोजी है जिससे आपके मन में कोई अंदेशा नहीं रह जाएगा.
इस तकनीक को खोजने की वजह यह बनी कि अमेरिकी सैनिक पिजा दिए जाने की मांग काफी दिनों से कर रहे हैं. पनीर और टमाटर सॉस के साथ पिजा बेस के लिए जिस तरह गुंथे हुए आंटे का उपयोग होता है, उससे इसका कुछ घंटे बाद खराब होना स्वाभाविक है.
अमेरिकी सेना के सैन्य शोध, विज्ञान और इंजीनियरिंग केंद्र के वैज्ञानिकों ने इस तरह की खराबी रोकने पर ही काम किया. प्रौद्योगिकीविदों ने इस तरह की पैकिंग का तरीका खोज निकाला है. जिसमें 80 डिग्री तापमान में भी पिज्ज़ा खराब नहीं होगा.
इस तरह की पिज्ज़ा डिलिवरी में अभी देर है. वैज्ञानिक इसे 100 डिग्री पर भी ठीक रखने पर तो काम कर ही रहे हैं, इसकी अभी कई स्तरों पर जांच-पड़ताल की प्रक्रिया जारी है. वैसे, कुछ सैनिकों को इसे चखने का अवसर दिया गया और उन्होंने बताया है कि स्वाद में कोई अंतर नहीं है.
अमेरिकी सैनिक 1981 से ही पिज्ज़ा देने की मांग कर रहे हैं और वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि अगले साल तक उनकी यह मांग पूरी भी की जा सकेगी.