Air Conditioner: गर्मी के आते ही घरों में एसी, कूलर और फ्रिज जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स के इस्तेमाल से बिजली की खपत बढ़ जाती है. गर्मियों के दौरान, एसी गर्मी से राहत तो देता है लेकिन बिजली की भारी खपत में भी योगदान देता है. विंडो एसी (Window Air Conditioner) हो या स्प्लिट एसी, बिजली की खपत बहुत ज्यादा होती है. यदि एसी की वजह से आपका बिजली बिल ज्यादा आ रहा है, तो बिजली बचाने और बिजली की खपत को कम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान जरूर रखें.
बाजार में उपलब्ध नए जमाने के एयर कंडीशनर कई तरह के मोड के साथ आते हैं जैसे कि ड्राई, कूल, फैन, वगैरह. गर्मियों में एसी चालू करने के बाद, सुनिश्चित करें कि यह कूलिंग मोड पर चल रहा है, अन्यथा इससे बिजली के बिल बढ़ सकते हैं.
अक्सर हम अत्यधिक गर्मी के कारण बहुत कम टेम्परेचर पर एसी चलाते हैं और फिर कमरा बहुत ठंडा हो जाता है. हम फिर से टेम्परेचर बढ़ाते हैं. टेम्परेचर को बार-बार बढ़ाने और घटाने से यह अधिक बिजली की खपत करने लगता है. इससे बचने के लिए एयर कंडीशनर को मानक तापमान पर सेट करें. ऐसा करने से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि आपका कमरा पर्याप्त ठंडा रहे और बिजली का बिल नियंत्रण में रहे.
एसी चालू करने के बाद इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कमरे के दरवाजे और खिड़कियां ठीक से बंद हों. यदि हम ऐसा नहीं करते हैं, तो ठंडी हवा बाहर चली जाती है और बाहर से गर्म हवा अंदर आती है, जिससे कमरा गर्म हो जाता है. इससे एसी पर लोड बढ़ जाता है और वह दोगुनी बिजली की खपत करने लगता है.
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एयर कंडीशनर को चलाने के साथ-साथ उसे मेंटेन करना भी उतना ही जरूरी है. लगातार इस्तेमाल से एसी के डक्ट्स और वेंट में धूल जमा हो जाती है. इससे एसी से ठंडी हवा कमरे में ठीक से नहीं पहुंच पाती है. इसके अलावा, एसी फिल्टर को बदलना और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि इसे समय-समय पर उचित रखरखाव मिलता रहे जरूरी है.