हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फ़ना हो लब्ज़-ए-गम यही है दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
अलविदा जुम्मा 2023 मुबारक
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वो अर्श का चरागाह है
मैं उस के कदमों की धूल हूं
ऐ जिंदगी गवाह रहना
मैं गुलाम-ए-रसूल हूं
अलविदा जुम्मा 2023 मुबारक
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अंधेरों को नूर देता है जिक्र उसका
दिल को सुरूर देता है,
उसके दर पर जो भी मांगो,
वह अल्लाह है जरूर देता है,
अलविदा जुम्मा मुबारक!
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फ़ना हो लब्ज़-ए-गम यही है दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
अलविदा जुम्मा 2023 मुबारक
अंधेरों को नूर देता है जिक्र उसका
दिल को सुरूर देता है,
उसके दर पर जो भी मांगो,
वह अल्लाह है देता जरूर है,
अलविदा जुम्मा मुबारक!
जिसने बना दिया हर घर को गुलिस्तान
चला जायेगा वो मेहमान
ईद सभी को तोहफे में दे जा रहा है
अलविदा अलविदा माहे रमजान
Alvida Jumma Mubarak 2023
आपके चेहरे पर हंसी सदा रहे
मेरा हर लफ्ज़ आपके लिए दुआ रहे
जिंदगी में पाओ खुशी हर कदम पर
दुनिया का हर गम सदा रहे दूर आपसे
अलविदा जुमा मुबारक
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फना हो लब्ज-ए-गम यही हैं दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
अंधेरों को नूर देता है जिक्र उसका
दिल को सुरूर देता है,
उसके दर पर जो भी मांगो,
वह अल्लाह है जरूर देता है,
अलविदा जुम्मा मुबारक!
तस्वीर-ए-कायनात का अक्स है अल्लाह,
दिल को जो जगा दे वो एहसास है अल्लाह,
ऐ बंदे-मोमिन तेरा दिल क्यों उदास है,
हर पल हर लम्हा तेरे पास है अल्लाह
अलविदा जुमा मुबारक
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फना हो लब्ज-ए-गम यही है दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
अलविदा जुम्मा 2023 मुबारक
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फना हो लब्ज-ए-गम यही हैं दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
Alvida Jumma 2023 Mubarak
मेरे दिल का नगीना है
वो मेरे दिल में रहते हैं
मेरा दिल एक मदीना है।
जिसने बना दिया हर घर को गुलिस्तान,
चला जायेगा वो मेहमान,
तोहफे में दे जा रहा है ईद सभी को
अलविदा अलविदा माहे रमजान
वाह रमजान तेरी रुक्सत को सलाम,
जाते-जाते आसमानों को भी रुला दिया
अलविदा अलविदा माहे रमजान
वो अर्श का चरागाह है
मैं उस के कदमों की धूल हूं
ऐ जिंदगी गवाह रहना
मैं गुलाम-ए-रसूल हूं
अलविदा जुम्मा 2023 मुबारक
अंधेरों को नूर देता है जिक्र उसका
दिल को सुरूर देता है,
उसके दर पर जो भी मांगो,
वह अल्लाह है जरूर देता है,
अलविदा जुम्मा मुबारक!
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा
मिले हर कदम पर रजा-ए-खुदा
फना हो लब्ज-ए-गम यही हैं दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
अंधेरों को नूर देता है जिक्र उसका
दिल को सुरूर देता है,
उसके दर पर जो भी मांगो,
वह अल्लाह है जरूर देता है,
अलविदा जुम्मा मुबारक!