आनंद महिंद्रा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कही ये बात… ट्विटर पर उठने लगी प्रतिक्रयाओं की ऐसी लहर

Anand Mahindra: महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने दोनों तरफ पेड़ों से घिरी खूबसूरत सड़क के एक वीडियो को रीट्वीट किया है. रीट्वीट करने के साथ ही उन्होंने क्लिप शेयर करते हुए नितिन गडकरी से नई ग्रामीण सड़कों पर भी इसी तरह पेड़ लगाने का अनुरोध किया. देखें वीडियो

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2022 12:13 PM
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Anand Mahindra: महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा एक एनर्जेटिक और एक्टिव सोशल मीडिया यूजर हैं और उनके ट्विटर अकाउंट पर ऐसे पोस्टों की भरमार है जो कुछ ही समय में वायरल हो जाते हैं. अब इस बिजनेस मैन ने एक ऐसे वीडियो को रीट्वीट किया है जिसमें दोनों तरफ पेड़ों से घिरी एक खूबसूरत सड़क है. उन्होंने क्लिप शेयर करते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री (Minister of Road Transport and Highways) नितिन गडकरी से भी अनुरोध किया कि वे नई ग्रामीण सड़कों पर ऐसे ही बहुत सारे पेड़ लगाएं जो बन रही हैं. बता दें कि ट्विटर पर आनंद महिंद्रा को 9 मिलियन से भी ज्यादा लोफ फॉलो करते हैं. आगे देखें वीडियो क्लिप.

वीडियो में पेड़ों से घिरी एक सड़क का खूबसूरत दृश्य

आनंद महिंद्रा ने एक वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया है जो अब अब वायरल हो रहा है. छोटी क्लिप में दोनों तरफ पेड़ों से घिरी एक सड़क का खूबसूरत दृश्य दिखाया गया है. दूर से देखने पर सड़क एक ऑरिजनल सुरंग की तरह लग रही है. महिंद्रा ने इसे एक नाम भी दिया और इसे ट्रनेल कहा, जो पेड़ और सुरंग शब्द का एक मिश्रण है.

“ट्रनेल” दिया नाम

बिजनेसमैन ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि मुझे सुरंगें पसंद हैं, लेकिन सच कहूं तो, मैं इस तरह के ‘ट्रनेल’ से गुजरना पसंद करूंगा… @nitin_gadkari जी, क्या हम आपके द्वारा बनाई जा रही नई ग्रामीण सड़कों पर इनमें से कुछ ट्रनेल लगाने की योजना बना सकते हैं?”

वीडियो रीट्वीट करते ही प्रतिक्रियाओं की आई बाढ़

आनंद महिंद्रा के रीट्वीट करते ही यह वीडियो 2 मिलियन के करीब थॉट्स के साथ ऑनलाइन वायरल हो गया और नेटिजन्स के प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई.

यहां देखें वीडियो


यूजर कर रहे ऐसे कमेंट्स, कई यूजर्स ने ऐसे ही वीडियो भी शेयर किया

इस पोस्ट पर एक यूजर ने लिया “दुनिया में प्रकृति सुरंग,”

एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, “सर, अगर आप कोल्हापुर को कोंकण से जोड़ने वाले राधानगरी वन क्षेत्र में जाते हैं, तो ऐसा ही लगता है.”

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