Anger Management: पूर्णता, प्रतिस्पर्धा, जीत या एक-दूसरे पर महारत हासिल करने की कोशिश में, लोग अक्सर अपनी बातों को सही तरीके से नहीं रख पाते और एग्रेसिव या लड़ाकु हो जाते हैं गुस्सा करने लगते हैं. लोगों में गुस्सा उम्र, समुदाय या समस्या के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं. गुस्सा करने या एग्रेसिव होने में किसी व्यक्ति के हार्मोनल और अन्य पैथोफिजियोलॉजिकल कारण भी हो सकते हैं. वहीं कुछ लोग दूसरों की तुलना में अधिक गुस्सैल होते हैं. यदि आपको भी छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है तो अपने गुस्से को कंट्रोल करने का तरीका जान लें.
आत्म-नियंत्रण (Self Control) गुस्से को कंट्रोल करने में सबसे बड़ी और अहम भूमिका निभा सकता है. गुस्सा अक्सर गहरे बैठे भावनात्मक प्रतिक्रियाओं से जुड़ी होती है. पिछले अनुभवों के आधार पर नकारात्मक परिणामों को समझें और उनसे निपटने का प्रयास करें.
सेल्फ अवेयरनेस की मदद ये अपनी भावनात्मक प्रतिक्रियाओं की एक लिस्ट बनाएं और अपने आप को नियंत्रित करने का प्रयास करें. गलत होने पर क्षमा मांगे या क्षमा करें. कभी-कभी यह गलत समय पर गलत जगह पर होता है ऐसे में सेल्फ अवेयरनेस आपको इससे निपटने में पूरी मदद करेगा. आक्रामकता के साथ कभी भी आक्रामकता का जवाब न दें, खासकर जब बच्चे या बच्चे के नखरे से निपटते हैं. याद रखें कि आपकी प्रतिक्रियाएं उन्हें गहराई से डरा सकती हैं.
आप इस बात को याद रखें कि हर बार खुद को साबित करना महत्वपूर्ण नहीं होता. इस बात को समझें कि आपका गुस्सा आपको कैसे नुकसान पहुंचा रहा है. यदि कोई ऐसी बात हो जहां आपको लगे कि गलत समझा जा रहा है उन्हें प्यार से समझाने की कोशिश करने बजाय गुस्सा करने के.
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क्रोध या गुस्सा करने के बजाय किसी भी मामले में बेहतर संवाद करने का प्रयास करें. यह बहुत जरूरी है कि किसी भी बात पर अपना रूख एग्रेशन के साथ रखने के बजाय शांति के साथ बातचीत करने की कोशिश की जाए.