Diesel Mrs India: थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की मदद करने वाली अंजुम बनीं डेजल मिसेज इंडिया वर्ल्ड प्लेटिनम
Diesel Mrs India: महाराष्ट्र की अंजुम खाने ने रैंप पर बेहतरीन प्रदर्शन कर डेजल मिसेज इंडिया वर्ल्ड प्लेटिनम का ताज जीत लिया है. बता दें कि अंजुम जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं.
Diesel Mrs India: महिलाएं दूसरों की मदद करने का ही नहीं अपने सपनों को पूरा करने का भी हौसला रखती हैं और यह साबित कर दिया है महाराष्ट्र की अंजुम खाने ने. रैंप पर बेहतरीन प्रदर्शन कर अंजुम खान ने डेजल मिसेज इंडिया वर्ल्ड प्लेटिनम का ताज जीत लिया है. एक महिला के मां, बेटी, बहन और पत्नी के तौर पर उसके त्याग और समर्पण से हर कोई वाकिफ है. लेकिन जब यह नारी अपनी तमाम जिम्मेदारियों को निभाने के साथ रैंप पर उतरती है तो वह रूप भी हर किसी को उसकी क्षमता का कायल कर देता है.अपने लिए तो सब जीते हैं, जरूरतमंदों के लिए समय पर काम आना सबसे बड़ी बात होती है. अंजुम खान अपने ब्लड बैंक के जरिए एक या दो नहीं, अब तक 99 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की मदद कर चुकी हैं.
ब्लड बैंक के जरिए जरूरमंदों की मदद करती हैं अंजुम खान
महाराष्ट्र की अंजुम खान का सपना है कि हर बच्ची को उचित और पूरी शिक्षा मिले. नासिक में अपने ब्लड बैंक के जरिए वो हर जरूरमंद की मदद करती है. जो भी अपनी इस प्रकार की समस्या लेकर उनके पास आता है, खाली वापस नहीं जाता है.
विभिन्न राज्यों की 28 प्रतियोगियों ने लिया हिस्सा
बता दें कि दिल्ली की कंपनी परीसा कम्यूनिकेशन द्वारा आयोजित एक सौंदर्य प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों के 28 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया. जिसमें प्लेटिनम श्रेणी में महाराष्ट्र की अंजुम खान डेजल मिसेज इंडिया वर्ल्ड प्लेटिनम की विजेता चुनी गई. इसी के साथ वह मिसेज यूनिवर्स सौन्दर्य प्रतियोगिता की फाइनलिस्ट भी चुन ली गई हैं. वह जून में साउथ कोरिया में होने वाली इस प्रतोयोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी.
विभिन्न कैटेगरी में देश के विभिन्न राज्यों की महिलाओं ने जीता ताज
दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में ग्रेटर नोएडा की विदुषी तोमर डेजल मिस इंडिया वर्ल्ड चुनी गई. सामान्य श्रेणी में पंजाब की कनिष्का गोयल डेजल मिसेज इंडिया वर्ल्ड चुनी गई, जबकि सिक्किम की सुधा राय फर्स्ट और तमिलनाडु की पूजा रवि सेकेंड रनर-अप चुनी गई. एलीट कैटेगरी में सिक्किम की रीटा गुरुंग विजेता रही तो सिक्किम की ही भूमिका बिस्वकर्मा फर्स्ट रनर-अप और असम की डॉ पुस्पिता सिंह सेकेंड रनर-अप चुनी गई. प्रतियोगिता के दौरान महाराष्ट्र की डॉ स्मिता काले को मिसेज एशिया पेसेफिक यूनिवर्स का खि़ताब मिला तो रेनू अग्रवाल को मिसेज एशिया इण्डिया यूनिवर्स का. जबकि असम की सुहाना घोष को मिसेज ग्लोबल इंडिया यूनिवर्स का और आंध्र प्रदेश की वेनम श्रावणी को मिसेज पेसेफिक इंडिया यूनिवर्स का ताज मिला.
प्रतियोगिता में इन्होंने निभाई जज की भूमिका
इस प्रतियोगिता के जजों में सेलिब्रिटी ग्रूमर शाइने सोनी, डाइट और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ वरुण कत्याल और वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ कनिका शर्मा सूद शामिल थे. सभी प्रतियोगियों को आश्मीन मुंजाल एकेडमी की प्रबंधक नीना सिंह की टीम ने तैयार किया. बोआ विलेज, एम्ब्रोसिया और मिलोड्रामा के सहयोग से आयोजित इस प्रतियोगिता से पहले प्रतियोगियों को ब्यूटी, स्टाइल, रैंप वॉक, मोटिवेशन, मेकओवर और कॉरपोरेट एथिक्स का प्रशिक्षण दिया गया था.
ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए समर्पित थी यह प्रतियोगिता
आयोजक कंपनी की निदेशक तबस्सुम हक के अनुसार यह प्रतियोगिता ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए समर्पित थी. इस प्रतियोगिता की विजेता को अगले वर्ष होने वाली अंतर्राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भेजा जाएगा. साथ ही इस साल यहां ऐसी तीन महिलाओं को ताज पहनाया गया जो जून में साउथ कोरिया में आयोजित मिसेज यूनिवर्स सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी.