क्या आप भी Black Water पीने की सोच रहे हैं, तो पहले जान लें इसके फायदे व नुकसान

ब्लैक वाटर एक खास तरह का पानी है, जो बॉडी वेट को मेंटेन करने में मदद करता है. 'ब्लैक वाटर' पीएच में हाई है. एल्कालाइन ड्रिंक न केवल सामान्य पानी जैसा है, बल्कि ये उससे कहीं ज्यादा है. यह हाई ब्लड प्रेशर, डायविटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है.

By Shradha Chhetry | August 8, 2023 8:18 AM
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जल ही जीवन है. पानी शरीर के लिये कितना जरूरी है ये तो सभी जानते हैं. पानी हमारे शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है. पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. ये तो सुना था कि कुछ लोग पानी के बजाय स्पार्कलिंग वॉटर या फ्लेवर्ड वॉटर पीना पसंद करते हैं, लेकिन काले पानी यानि कि ब्लैक वाटर के बारे में अभी कुछ समय पहले ही पता चला है और इस पानी का ज्यादातर सेलेब्रिटीज सेवन कर रहे हैं. आखिर ये ब्लैक वाटर है क्या और इसका सेवन करने से शरीर को क्या फायदा होता है, आइये जानते हैं.

ब्लैक वाटर की खासीयत

ब्लैक वाटर एक खास तरह का पानी है, जो बॉडी वेट को मेंटेन करने में मदद करता है. ‘ब्लैक वाटर’ पीएच में हाई है. एल्कालाइन ड्रिंक न केवल सामान्य पानी जैसा है, बल्कि ये उससे कहीं ज्यादा है. यह हाई ब्लड प्रेशर, डायविटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है. इस पानी में  70 से ज़्यादा मिनरल्स होते हैं. इसका PH लेवल 8 से ज़्यादा होता है जो नॉर्मल पानी से ज़्यादा होता है. ब्लैक वाटर या एल्कलाइन वाटर दो तरह के होते हैं; प्राकृतिक ब्लैक वाटर और कृत्रिम ब्लैक वाटर. प्राकृतिक ब्लैक वाटर तब बनता है, जब पानी चट्टानों से होकर झरने की तरह बहता है. यह पानी मिनरल्स को अपने साथ शामिल कर लेता है, जिससे इसका पीएच लेवल बढ़ जाता है.

आर्टिफिशियल ब्लैक वाटर पी रहे हैं लोग

ज्यादातर ब्लैक वाटर जिसे लोग पीते हैं, वह आर्टिफिशियल होता है. इसे एक केमिकल प्रोसेस से तैयार किया जाता है, जिसे इलेक्ट्रोलायसिस कहा जाता है. इस तकनीक में सामान्य पानी के पीएच लेवल को बढ़ाने के लिए एक आयोनाइजर नामक उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है. आयोनाइजर के निर्माताओं के अनुसार यह उपकरण बिजली से चलता है और पानी के अधिक एसिडिक और अधिक एल्कलाइन मोलेक्यूल्स को अलग-अलग कर देता है. इसके बाद एल्कलाइन वाटर को बाहर निकाल दिया जाता है. हालांकि, कई शोधकर्ताओं और डॉक्टरों के अनुसार ये दावे सही नहीं हैं. आयोनाइजेशन से पहले यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि कहीं मूल स्रोत से निकले पानी में दूषित पदार्थ तो मौजूद नहीं हैं.

ब्लैक वाटर पीने के फायदे

  • ब्लैक वाटर या एल्कलाइन वाटर पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है. चूंकि इसका pH सामान्य पानी से अधिक होता है और इससमें ज्यादा मिनरल्स होते हैं इसलिए ये ज्यादा फायदेमंद होता है.

  • ब्लैक वॉटर एसिडिटी को दूर करने में मदद करता है. इसमें 70 तरह के मिनरल होते हैं जो बॉडी को डीहाइड्रेट नहीं होने देते हैं. इसके अलावा ये बॉडी को एनर्जी देते हैं. ब्लैक वाटर में मौजूद मिनरल्स बॉडी को डिटॉक्स करते है.

  • ब्लैक वाटर में भरपूर मात्रा में मिनरल्स पाया जाता है, जो शरीर का कोलेजन का निर्माण करते हैं. कोलेजन त्वचा में बढ़ती उम्र में लक्षणों को कम करने में काफी मदद करता है. जिससे चेहरे पर मुंहासों की समस्या नहीं होती है और त्वचा में निखार आती है.

  • ब्लैक वाटर के एंटी-बैक्टीरियल गुण बहुत सक्रिय होते हैं, जो दांतों में होने वाली परेशानियों से बचा सकते हैं. इस पानी के सेवन से ओरल हेल्थ बेहतर होता है, जिससे मसूड़ों जैसी दिक्कतें नहीं होती.  

  • सभी को ये लगता होगा कि पानी का रंग काला है तो इसका स्वाद भी कैसा होगा, लेकिन आपको बता दें कि इस कालो पानी का स्वाद भी वैसा ही होता है जैसे नॉर्मल पानी का होता है. दरअसल, इसमें Fluvic Acid (FvA) मौजूद होता है जो इसके रंग को चारकोल की तरह काला कर देता है, लेकिन पानी के टेस्ट में कोई फर्क नहीं होता बस इसका रंग काला होता है.

फायदे हैं तो नुकसान भी है

अगर किसी चीज के फायदे हैं तो उसके नुकसान भी हो सकते हैं. इसी तरह ब्लैक वाटर के भी कुछ नुकसानों के बारे में बताया गया है. कई मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि ब्लैक वाटर पीने के कुछ हानिकारक दुष्प्रभाव हो सकते हैं. जानवरों पर किए शोध में यह देखा गया कि ब्लैक वाटर इंसान की ग्रोथ को धीमा कर सकता है और कार्डियक सेल्स की मृत्यु का कारण बन सकता है. यह यूरिनरी पीएच लेवल में परिवर्तन भी कर सकता है. अत्यधिक ब्लैक वाटर पीने से शरीर में पीएच लेवल भी बदल सकता है. इसके अलावा जी मिचलाना, उल्टी, गैस संबंधी जैसी समस्याएं भी हो सकती है. इसलिए किसी को भी इस नए ब्लैक वाटर को पीने से पहले एक मेडिकल प्रोफेशनल की राय लेने की सलाह दी जाती है.

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