Beauty : क्या आप लिपस्टिक को बना लेती हैं ब्लश ! अगर हां, तो हो जायें सतर्क

अक्सर महिलाएं अपनी पसंदीदा गुलाबी लिपस्टिक को गालों और पलकों पर लगाकर ब्लश व आईशैडो की कमी को पूरा कर लेती हैं. यह एक ऐसा नुस्खा है, जो खासतौर से गर्ल्स के बीच काफी लोकप्रिय है, लेकिन स्किनकेयर विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा करना खूबसूरती को नुकसान पहुंचा सकता है...

By Prachi Khare | April 24, 2024 6:36 PM

मेकअप का शौक रखने वाली महिलाओं को यह अच्छा लगता है कि उनके महंगे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट एक साथ कई काम करें. इसी के चलते कई महिलाएं कभी-कभी अपनी लिपस्टिक को ब्लश या आईशैडो के रूप में इस्तेमाल कर लेती हैं. इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि लिपस्टिक को ब्लश की तरह इस्तेमाल करना कई बार बेहद खूबसूरत लुक दे देता है. लेकिन ऐसा करना खूबसूरती को नुकसान भी पहुंचा सकता है. यूं तो बाजार में कई मल्टी-पर्पस मेकअप प्रोडक्ट मौजूद हैं, लेकिन हर लिपस्टिक, ब्लश या आईशैडो का काम करें, यह जरूरी नहीं.

होठों को ध्यान में रख कर तैयार किये जाते हैं लिप प्रोडक्ट्स

स्किनकेयर विशेषज्ञों के अनुसार लिप प्रोडक्ट्स में आमतौर पर वैक्स, ऑयल, पिगमेंट और एमोलिएंट्स का मिश्रण होता है. लिपस्टिक व लिप बाम में बीवैक्स, कारनोबा वैक्स, विभिन्न प्रकार के तेल जैसे कैस्टर ऑयल और मिनरल ऑयल, रंग देने वाले पदार्थ और मॉइस्चराइजिंग एजेंट जैसे शिया बटर या लैनोलिन शामिल होते हैं. इन प्रोडक्ट्स में खुशबू के लिए अन्य सामग्री भी इस्तेमाल की जाती है. लिप प्रोडक्ट्स में प्रिजर्वेटिव्स के रूप में पैराबेंस भी हो सकते हैं. अगर यह प्रोडक्ट होठों को फुलाने वाला है, तो इसमें मेन्थॉल या कैप्साइसिन भी हो सकता है. इनमें से कई पदार्थ गालों की त्वचा के लिए उपयुक्त नहीं होते. लगातार गालों पर इन पदार्थों का इस्तेमाल करने से पिंपल व झाइयों की समस्या हो सकती है.

ऑनलाइन वीडियोज को फॉलो करने से पहले इन बातों पर दें ध्यान

आज ऐसी कई रील्स व वीडियोज वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग चेहरे के अन्य हिस्सों पर लिपस्टिक का इस्तेमाल करते हैं. यह देखने में लुभावना हो सकता है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो लिप प्रोडक्ट्स में रंग की ज्यादा मात्रा का इस्तेमाल किया जाता है. इन उत्पादों में खुशबू होती है, इसलिए उन्हें पलकों की नाजुक त्वचा पर लगाना ठीक नहीं होता. पलकों की त्वचा शरीर की सबसे पतली त्वचा होती है, इसलिए सबसे संवेदनशील होती है. लिपस्टिक में मौजूद सामग्री जैसे पेरू का बाम, इओसिन डाई, मेन्थॉल या दालचीनी का एसिड पलकों पर डर्मेटाइटिस पैदा कर सकता है. जिन लोगों को एटॉपिक डर्मेटाइटिस है, उनमें ये केमिकल्स गालों पर ब्लश के रूप में इस्तेमाल करने पर भी रिएक्शन पैदा कर सकते हैं.

हो सकती हैं त्वचा संबंधी समस्याएं

  • लिप प्रोडक्ट्स में मौजूद सामग्री जैसे – खुशबू या कुछ खास डाई, आंखों या गालों जैसे नाजुक हिस्सों में जलन पैदा कर सकती हैं. 
  • अगर आपको लिप प्रोडक्ट्स में मौजूद किसी खास चीज से एलर्जी है, तो उन्हें चेहरे के अन्य हिस्सों पर लगाने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है, जिससे चेहरे पर लालिमा, खुजली या सूजन आ सकती है. 
  • कुछ लिप प्रोडक्ट्स में कॉमेडोजेनिक तत्व होते हैं, जो रोमछिद्रों को बंद कर सकते हैं और जिन जगहों पर ऑयल ग्लैंड्स ज्यादा होते हैं, वहां मुंहासे या ब्रेकआउट्स हो सकते हैं.
  • लिप प्रोडक्ट्स में होठों के लिए उपयुक्त मॉइस्चराइजिंग एजेंट का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन हो सकता है कि ये चेहरे के अन्य हिस्सों को उतना हाइड्रेशन न दे पाये, जिससे संभावित रूप से रूखापन हो सकता है. 

करें सुरक्षित प्रोडक्ट्स का उपयोग 

  • अगर आप एक ही प्रोडक्ट को कई कामों में इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो हाइपोएलर्जेनिक मेकअप का इस्तेमाल करना अच्छा विकल्प होगा, जिसमें खुशबू न हो. 
  • पलकों पर किसी भी अनजान प्रोडक्ट के साथ एक्सपेरिमेंट करने से बचें. 
  • चेहरे के अन्य हिस्सों पर लिप प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने के बजाय, ऐसे मल्टी-यूज प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जिन्हें खासतौर से कई क्षेत्रों में इस्तेमाल करने के लिए तैयार और परखा गया हो.

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