भोजपुरी नवगीत

अक्षय पांडेय के तीन भोजपुरी नवगीत प्रभात खबर के दीपावली विशेषांक में प्रकाशित हुए हैं. तीन नवगीत आप यहां भी पढ़ सकते हैं.

By Mithilesh Jha | December 1, 2023 8:10 PM
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अक्षय पांडेय के तीन भोजपुरी नवगीत प्रभात खबर के दीपावली विशेषांक में प्रकाशित हुए हैं. तीन नवगीत आप यहां भी पढ़ सकते हैं.

ए राजा !

अँखिया में सपना

सपनवाँ में चनवाँ बा

बिनु चन्दा अँगना अन्हार ए राजा !

दुख क रइनियाँ त

कउवो ले करिया हो

दिनवाँ तवेला जइसे

टिनवाँ क थरिया हो

जिनिगी बनल अलचार ए राजा !

कन्हियाँ से केतना

बिलग लागे मथवा हो

हथवा के सूझे नाहीं

अपने ई हथवा हो

पेटवो मुदइया हमार ए राजा !

तनिको ना लागे आपन

धरती-गगनवाँ हो

नदिया किनारे क

मटिया ई मनवाँ हो

अँगरत गिरत अरार ए राजा!

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इहे कहानी बा

हर कोना बइठल हलकानी बा

अपना घर क इहे कहानी बा।

मुँह क भरे कठौती ओन्हल

चाकी चुप, चूल्हा उदास बा

बटलोही से लड़े भगौना

गगरी क लागल पियास बा

चिरुआ भर बस बाँचल पानी बा

अपना घर क इहे कहानी बा ।

आँख उरेहे सपना पल छिन

कागा अब ना सगुन उचारे

उतरी चंदा कब आँगन में

रोज़ अमावस काजर पारे

करिखा करिखा कुल जिनगानी बा

अपना घर क इहे कहानी बा ।

बा दबाव छत क देवाल पर

कइसे खुली नया दरवाजा

खूँटी-खूँटी भूख टंगल बा

आन्हर रानी आन्हर राजा

लोकतन्त्र क लाश चुहानी बा

अपना घर क इहे कहानी बा।

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टूटी कब नींद राजधानी कs

शासन ई शकुनी

सिरजे उल्टा चाल

समय कs सिपाही

निकलल अंगुलीमाल ।

कहिया ले वक्त तथागत होई

पान दूब हरदी आखत होई

होई कब दिन गुलाब

मौसम मांगे जबाब

टूटी कब नींद राजधानी कs

फिर अपना पानी पर

खड़ा बा सवाल ।

परजा अब केसे फरियाद करो

पीड़ा कs कइसे अनुबाद करो

भीतर छत कs दबाव

बाहर ठंढा अलाव

पाकत नइखे सपना जिनिगी कs

चूल्हा में घर कइलस

आग कs दलाल ।

उतरी कब सोन-किरिन आँगन में

कहिया ले चन्द्रमा उगी मन में

करिखा थूके अकास

धूर-धुआँ आस-पास

मुरचाइल हरबा कब धार धरी

खूँटा में अँटकल बा

चिरई कs दाल ।

पता : ग्राम-पोस्ट- रेवतीपुर, जिला- गाजीपुर (उ.प्र.) – 232328, मो. : 9450720229, 8887899462, ई-मेल : akshaypandey00@gmail.com

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