Bizarre News: ब्राजील के जेल में किताबें पढ़ने से कम हो जाती है सजा, जानें इसके पीछे का अनोखा कारण
Bizarre News: ब्राजील के कैदी अगर जेल में किताबें पढ़ते हैं तो एक विशेष कार्यक्रम के तहत उनकी सजा कम कर दी जाती है.
Bizarre News: अगर किसी को अदालत से जेल की सजा सुनाई जाती है, तो वो चाहता है कि किस तरह से जेल से बाहर निकला जाए. ब्राजिल देश में जेल की सजा कम करने का एक अनोखा तरीका है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां पर जेल की सजा के दौरान जो भी कैदी किताबें पढ़ते हैं, उनकी कारावास की अवधि कम हो जाती है.ब्राजील में कैदियों की जेल की सजा कम करने का एक अनोखा तरीका है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, जो कैदी जेल में अपने समय के दौरान किताबें पढ़ते हैं, उनकी कारावास की अवधि कम हो जाती है.
जेलों में कैदियों के लिए मौत या उम्रकैद की सजा नहीं
असल में ब्राजील में एक विशेष कार्यक्रम बुक्स बिहाइंड बार्स का नाम दिया गया है. इस कार्यक्रम की थीम है कि किताबें पढ़िए, सज़ा कम कराइए और फिर मुस्कुराते हुए बाहर जाइए. इस कार्यक्रम का साक्षरता बढ़ाना भी एक मोटिव है. आरको बता जें बोलीविया की जेलों में कैदियों के लिए मौत या उम्रकैद की सजा नहीं होती है. इसी कार्यकर्म के अंतर्गत जो भी कैदी जेल के अंदर ज्यादा किताबें पढ़ते हैं, उन्हें सजा पूरी करने से पहले रिहा कर दिया जाता है. देखा गया है कि यहां की जेलों में बंद कैदी ज्यादा बहुत पढ़े-लिखे नहीं हैं.
ब्राजील के जेलों में रहती है हमेशा भीड़भाड
आपको बता दें ब्राजील लैटिन अमेरिका में सबसे अधिक आपराधिक देशों में से एक है. ब्राजील की जेलों को हमेशा भीड़भाड़ और नशीली दवाओं की समस्याओं जैसी कई समस्याओं के साथ-साथ दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक लोगों को रखने के स्थान के रूप में माना जाता है.
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फिनलैंड में भी कैदियों के लिए इसी तरह की व्यवस्था
कानून यह भी सुनिश्चित करता है कि कैदी जेल में बहुत ज्यादा किताब नहीं पढ़ सकते क्योंकि एक कैदी को एक वर्ष में अधिकतम 12 किताबें दी जाती हैं. ब्राजील के अलावा फिनलैंड में भी कैदियों के लिए इसी तरह की व्यवस्था की गई है, जहां वे जेल में ही अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। हालाँकि, ब्राजील के विपरीत, यह फ़िनिश कैदियों के जेल समय को प्रभावित नहीं करता है.