Blue Moon on Raksha Bandhan: भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन आज यानी रविवार 22 अगस्त को मनाया जा रहा है. इस दिन अंतरिक्ष में भी एक खगोलीय घटना होने वाली है. अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के अनुसार रविवार को आसमान में नीला चांद (Blue Moon) दिखेगा. स्काई एंड टेलिस्कोप पत्रिका के अनुसार चांद (Moon) वास्तव में ऐसी रातों में नीला नहीं होता है, बल्कि ‘ब्लू मून’ का मतलब होता है चार पूर्णिमा वाले सीजन की तीसरी पूर्णिमा.
एक साल में 4 सीजन होते हैं और प्रत्येक सीजन 3 माह का होता है. आमतौर पर प्रत्येक सीजन में केवल तीन पूर्णिमा होती है, लेकिन दिन-रात छोटे-बड़े होने के कारण कभी-कभी एक सीजन में चार पूर्णिमा आ जाती है. ऐसे ही इस बार 21 जून को सबसे लम्बे दिन की तिथि और दिन रात बराबर होने की तिथि 22 सितम्बर के बीच की अवधि के खगोलीय सीजन में चार पूर्णिमा पड़ रही हैं. इनमें से रक्षाबंधन की पूर्णिमा तीसरी है. सीजन की इस अतिरिक्त तीसरी पूर्णिमा को नीला चांद या ब्लू मून कहा जाता है.
‘ब्लू मून’ शब्द का अर्थ यह नहीं है कि चंद्रमा अपना रंग बदलता है. ऐसा सिर्फ हवा में पानी की बूंदों, कुछ विशेष प्रकार के बादलों, प्राकृतिक आपदाओं जैसे ज्वालामुखी की राख और धुएं द्वारा वातावरण में फेंके गए कणों के कारण हो सकता है. यह एक अत्यंत दुर्लभ घटना है. नासा का कहना है कि 1883 में क्राकाटोआ नामक इंडोनेशियाई ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद वर्षों तक नीले रंग के चांद दिखाई दिए थे.
इस बार जब पूर्णिमा का चांद उगेगा, तो इसके साथ सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर साथ होगा. यह इसके साथ आकाश में बना रहेगा. ब्लू मून की पिछली घटना 18 मई 2019 को हुई थी. अब यह घटना 19 अगस्त 2024 को होगी.
Posted By Ashish Lata