Camphor Plant: पूजा करने के समय कपूर का कितना महत्व होता है यह बात तो हम सभी जानते हैं. यह बहुत सारे विशेष धार्मिक अनुष्ठानों और यज्ञ पूजा में इस्तेमाल किया जाता है. इसकी सुगंध भी बहुत अच्छी होती है. पर क्या आपको पता है कि यह कैसे बनता है? दरअसल यह एक पेड़ के छाल से तैयार किया जाता है, इस वृक्ष का नाम कैमफोर है जिससे आम तौर पर कपूर के पेड़ के नाम से जाना जाता है. इस पेड़ के बहुत सारे स्वस्थ्य संबंधी लाभ भी होते हैं इसलिए इसका औषधियाों को बनाने के लिए भी उपयोग किया जाता है. कपूर का पेड़ वातावरण के लिए काफी अच्छा होता है और यह हवा को शुद्ध करने का काम करता है. बढ़ती मांग की वजह से कपूर कृत्रिम तरीके से बनाया जाने लगा है पर इसके पेड़ की काफी मांग है. बहुत सारे देशों में यह पाया जाता है जैसे कि चीन , जापान और ताइवान. भारत में यह कोलकाता के क्षेत्र में काफी पाया जाता है. अगर आप अपने घर में कपूर का पौधा लगाने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको बताएंगे की आप यह कैसे कर सकते हैं.
कपूर के पौधे को किस प्रकार से लगाया जाए ?
आप कपूर का पौधा किसी भी नर्सरी से खरीद सकते हैं. इसे गमले में लगाने के लिए आपको उसमे मिट्टी और खाद अच्छी तरह से मिलाकर डालना होगा . फिर इसमें कपूर के पौधे को लगाकर अच्छी तरह से पानी डालना है. कपूर उगाने के लिए नमी वाली मिट्टी या रेतीली मिट्टी सबसे ज्यादा लाभदायक होती है. इससे आपको ऐसी जगह रखना है जहां सूरज की अच्छी रौशनी आती हो. अगर आपके घर में बड़ा गार्डन है तो आप इसे डायरेक्ट जमीन में भी लगा सकते हैं. हमेशा यह ध्यान में रखिए कि इसे पर्याप्त मात्रा में रौशनी मिल रही हो. इस पौधे के अच्छी तरह से बढ़ने के लिए आपको इसे अच्छी मात्रा में पानी देने की जरूरत पड़ेगी. अगर आप इसके बीज से पौधा उगाना चाहते हैं तो आपको वसंत ऋतू का इंतजार करना होगा.
कपूर कैसे होता है तैयार?
कपूर का पेड़ कम से कम 50-100 फीट तक बढ़ सकता है. इस पेड़ की छाल से कपूर बनाया जाता है. इस पेड़ के छाल को छोटे टुकड़ों में काटा जाता है जिन्हें वुड चिप्स कहा जाता है. इन वुड चिप्स को गरम किया जाता है , फिर जब भाप तैयार होती है तो उसे क्रिस्टल के रूप में परिवर्तन होने के लिए छोड़ दिया जाता है और इस के जरिए पाउडर बनाया जाता है. इसी पाउडर से फिर कपूर तैयार किया जाता है.
इन्पुट- अनु कंडुलना
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