Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने सफलता हासिल करने और मनुष्य के जीवन में आने वाली तमाम कठिनाइयों से निपटने के लिए नीतियां बताई हैं. इसी तरह उन्होंने मोक्ष पाने के लिए भी कई तरीके बताए हैं. जो इंसान चाणक्य की बताई नीतियों को अमल में लाता है वह सफल तो होता ही है साथ ही उसे जीवन से मुक्ति भी अर्थात मोक्ष भी प्राप्त होता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि चाणक्य नीति में मोक्ष पाने के लिए क्या-क्या नीतियां बताई गई है.
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वाणी और मन की पवित्रता
आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र में लिखा है कि मोक्ष उसी इंसान को प्राप्त होता है, जो वाणी और मन से पवित्र होगा, क्योंकि मन और वाणी से पवित्र इंसान ही अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकता है.
इंद्रियों पर संयम
चाणक्य नीति में बताया गया है कि इंसान बहुत परोपकारी हो लेकिन उसका इंद्रियों पर संयम नहीं हो तो वह अपने लक्ष्य को कभी प्राप्त नहीं कर सकता है. ऐसे में इंसान को अपनी इंद्रियों को जरूर वश में रखना चाहिए, क्योंकि एक परिस्थिति के बाद इंसान के भटकने का डर बना रहता है. अगर इंसान इंद्रियों को वश और संयम में रखता है तो वह अपने आप को संभाल लेता है.
प्राणियों में दयाभाव
चाणक्य नीति के मुताबिक, जो इंसान दूसरों के दुख में दुखी होता है वह इंसान जरूर मोक्ष का अधिकारी होता है. ऐसे में मोक्ष हासिल करने के लिए इंसान को जीव-जंतुओं पर दया रखना चाहिए.
धन की पवित्रता
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो इंसान धन की पवित्रता को समझता है. अर्थात सदाचरण और सद्मार्गों से ही धन कमाने की कोशिश की जानी चाहिए. जो इंसान बुरे आचरण करके धन कमाता है वह इंसान कभी मोक्ष प्राप्त नहीं करता है.
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