Acharya Chanakya, Niti In Hindi, On Success, For Motivation, Thoughts, Mistakes, Punishment: देश के महान राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री के रूप में प्रसिद्ध आचार्य चाणक्य अपने एक श्लोक के माध्यम से बताते हैं कि सात प्रकार के प्राणियों को कभी भी नींद से जगाना नहीं चाहिए. वरना मौत तक की नौबत आ सकती है. आपको बता दें कि चाणक्य, किशोरावस्था से ही वेद, पुराण, साहित्य आदि का अध्ययन करने लगे थे. उनकी कई नीतियां बतायी जिसे लोग आज भी फॉलो करते हैं और अपने जीवन में इस्तेमाल करते हैं. इससे परेशानियों से उबरने में काफी हद तक मदद मिलती है. तो आइए जानते हैं चाणक्य की इस श्लोक के बारे में…
अहिं नृपं च शार्दूलं बरटिं बालकं तथा।
परश्वानं च मूर्खं च सप्त सुप्तान्न बोधयेत्।।
दरअसल, चाणक्य इस श्लोक के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि सात प्रकार के प्राणियों को भूलकर भी उठाना नींद से नहीं उठाना चाहिए. इससे आपके जान तक को खतरा बढ़ सकता है. इसमें राजा से लेकर, शेर, सांप समेत अन्य प्राणी भी शामिल है.
चाणक्य की मानें तो राजा या किसी प्रशासक को नींद से जगाना आपके लिए कई मायनों में हानिकारक हो सकता है. ऐसा करने से वे क्रोधित होकर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं. संभवत: सजा की भी घोषणा कर सकते है.
ठीक उसी तरह सोते हुए सांप को भी. नींद से जगाना आपके मौत तक का कारण बन सकता है. यह प्राणी आप पर पलटवार करके गंभीर रूप से घायल कर सकता है.
शेर के मामले में भी यही बात चाणक्य कहते हैं. चाणक्य के अनुसार शेर की नींद टूटी तो वह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
इसके अलावा इसके अलावा चाणक्य का मानना है कि छोटे बच्चों को भी नींद से नहीं जाना चाहिए. ऐसा करने से वे जिद्द पकड़ सकते हैं जिससे आपकी समस्याएं बढ़ जाएंगी.
मूर्ख व्यक्ति के बारे में भी चाणक्य का मानना है कि कभी भी उन्हें नींद से जगाने की भूल नहीं करनी चाहिए वरना वह आपके समय तो बर्बाद करेंगे ही साथ ही साथ समस्याएं भी उत्पन्न कर सकते है.
बिच्छू जैसे डंक मारने वाले कीड़ों को भी नींद से जगाने की भूल नहीं करनी चाहिए क्योंकि वह पलक झपकते आप पर हमला कर सकते हैं.
इसके अलावा अन्य हिंसक पशु को भी नींद में छेड़ना आपके लिए बेहद खतरनाक हो सकता है. क्रोध में आकर वे आपके लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं.
Posted By: Sumit Kumar Verma