Chanakya Niti: ये कभी नहीं समझ सकते किसी का दुख

Chanakya Niti: इस लेख में हम आपको यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि आचार्य चाणक्य के अनुसार कौन से लोग और तत्व ऐसे हैं जो कभी भी किसी दूसरे का दुख नहीं समझ सकते हैं.

By Tanvi | August 19, 2024 1:00 AM

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में ऐसे कुछ लोगों और तत्वों का जिक्र किया है, जिनके बारे में उनका मानना है कि ऐसे लोग कभी-भी किसी भी व्यक्ति का दुख नहीं समझते हैं. अपनी नीतियों में आचार्य चाणक्य ने ऐसी ही कई बातें कहीं हैं, जिसे समझने में व्यक्ति की पूरी जिन्दगी भी कम पड़ जाती है. आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में कई ऐसी बातें कहीं हैं जो लोगों के जीवन में उनका मार्गदर्शन करने में मदद करती हैं. उन्होंने कई जटिल प्रश्नों के बहुत सीधे और सटीक उत्तर दिए हैं, जो व्यक्तियों को सही प्रकार से जीवन जीने में मदद करते. आचार्य चाणक्य ने व्यक्तियों के गुणों के बारे में भी बहुत कुछ बताया है, उन्होंने ने यह भी समझाया है कि कैसे गुण वाले व्यक्ति किस प्रकार के व्यक्तिव वाले होते हैं. इस लेख में हम आपको यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि आचार्य चाणक्य के अनुसार कौन से लोग और तत्व ऐसे हैं जो कभी भी किसी दूसरे का दुख नहीं समझ सकते हैं.

कर वसूलने वाले

आचार्य चाणक्य के अनुसार कर वसूलने वाले ऐसे व्यक्ति होते हैं, जो कभी-भी किसी का दुख नहीं समझ सकते, क्योंकि इनका पूरा ध्यान केवल पैसे वसूलने पर ही रहता है. इन्हें दूसरों की दुख और पीड़ा कभी-भी समझ नहीं आती है.

Also read: Personality Test: जानिए कैसा होता है बैंगनी रंग पसंद करने वालों का व्यक्तिव

Also read: Latest Simple Mehndi Design: इस रक्षाबंधन अपके हाथों पर बहुत सुंदर लगेंगे ये मेहंदी डिजाइन

Also read: Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर झटपट बनाएं कम सामग्रियों और बिना गैस के ये मिठाई

अग्नि

आचार्य चाणक्य के अनुसार अग्नि एक ऐसा तत्व है जो किसी के दुख को नहीं समझ सकता है, क्योंकि अग्नि की प्रकृति ही जलाने की होती है.

यमराज

आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में लिखा है कि यमराज भी ऐसे व्यक्ति हैं जो किसी भी व्यक्ति के दुख को समझ नहीं सकते हैं, क्योंकि इनका मुख्य काम ही लोगों को दुख देना होता है, इसलिए इनसे दया की चाह रखना फिजूल है.

Also read: Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर कलाकंद से करें भाई का मुंह मीठा, यहां देखें रेसिपी

राजा

चूंकि राजा हमेशा आराम की जिन्दगी ही व्यतीत करता है इसलिए चाणक्य मानते हैं कि राजा चाह कर भी किसी के दुख को पूरी तरह नहीं समझ सकता है, क्योंकि किसी के दुख को आप तभी अच्छी तरह समझ पाएंगे जब आप खुद उस दुख से गुजरेंगे, लेकिन राजा कभी ऐसा नहीं करता है. वो केवल लोगों के दुख के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट करने का काम करता है.

Trending Video

Next Article

Exit mobile version