Chanakya Niti: इन मौकों पर साथ देने वाला ही होता है सच्चा मित्र, जानें
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के मुताबिक इन मौकों पर जो आपका साथ देता है वही सच्चा मित्र होता है.
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र नामक एक ग्रंथ लिखी है, जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है. चाणक्य नीति पथ प्रदर्शन का काम करती है. जैसा नीति का शाब्दिक अर्थ भी होता है, जो आगे ले जाए. ऐसे में आचार्य चाणक्य की नीतियां व्यक्ति को सही मार्ग पर ले जाने का काम करता है. उन्होंने जीवन के हर रिश्ते को लेकर व्यक्तियों के गुण बताए हैं. ऐसे में ही चाणक्य ने सच्चे मित्र की भी पहचान बताई है. उन्होंने कहा है कि जो व्यक्ति इस समय साथ नहीं छोड़ता है वह सच्चा मित्र होता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि ये गुण क्या हैं.
यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: विद्यार्थियों को जरूर मिलेगी सफलता, अपनाएं चाणक्य नीति की ये 5 बातें
यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: घर का मुखिया इन आदतों में जरूर कर लें सुधार, नहीं तो बर्बाद हो जाएगा परिवार
बीमारी में भी साथ न छोड़े
आचार्य चाणक्य के मुताबिक उस समय जब इंसान किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो या कोई बहुत बड़ा दुख हो तब जो मित्र उसका साथ दे तो वही सच्चा मित्र होता है. जो मित्र आपके सुख में ही साथ दे और दुख में दूरी बना ले, ऐसे इंसान का साथ छोड़ देना चाहिए.
गरीबी में भी साथ न छोड़े
इंसान की परिस्थिति हर समय एक समान नहीं होती है. जीवन में उतार-चढ़ाव, अमीरी-गरीबी आती रहती है. ऐसे में आचार्य चाणक्य के मुताबिक जो मित्र आपका साथ गरीबी में भी न छोड़े वही सच्चा मित्र होता है. अक्सर देखने को मिल जाता है कि अमीरी में लोगों को हुजूम रहता है, लेकिन जब इंसान की परिस्थिति बदलती है तो बहुत कम ही लोग साथ नजर आते हैं.
दुश्मन से घिरे होने पर न छोड़े
आचार्य चाणक्य के मुताबिक जब इंसान दुश्मनों से घिर जाए उस समय जो मित्र साथ खड़ा रहता है वही सच्चा मित्र होता है.
मृत्यु होने पर जो श्मशान घाट जाए
चाणक्य नीति के मुताबिक इंसान के मर जाने पर जो इंसान अपने दोस्त का साथ श्मशान घाट तक देता है यानी उसके अंतिम क्रिया तक अपना सहभागिता निभाए , वही दोस्त सच्चा दोस्त होता है. इन्हीं वक्त पर सच्चे और पक्के मित्र की पहचान की जा सकती है.
यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: पढ़ लिखकर भी मूर्ख होते हैं ये चार तरह के लोग, जानें
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.