Chanakya Niti: इन जगहों पर बनना चाहिए आपको बेशर्म, शर्म किया तो हो जाएंगे बर्बाद

Chanakya Niti: आज हम आपको कुछ ऐसे हालातों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर एक इंसान को शर्म को पीछे छोड़ते हुए बेझिझक अपनी बातों को सबके सामने रखना चाहिए.

By Saurabh Poddar | August 31, 2024 2:02 PM
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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को 20वीं सदी के सबसे विद्वान और ज्ञानी व्यक्ति के तौर पर जाना जाता है. शायद ही कोई ऐसा हो जिसे इनके बारे में मालूम न हो. कहा जाता है अगर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को सुखी और सफल बनाना चाहता है तो ऐसे में उसे आचार्य चाणक्य द्वारा बताये गए मार्ग पर चलना चाहिए. अपने जीवनकाल में आचार्य चाणक्य ने कई नीतियों की रचना की थी. इन्हें चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है. इन नीतियों में चाणक्य ने कई तरह की बातों का जिक्र किया है. आज की आर्टिकल में हम आपको चाणक्य नीति में बताये गए कुछ ऐसे हालातों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां एक इंसान को कभी भी शर्म नहीं करना चाहिए. अगर आप इन जगहों पर शर्म करते हैं तो ऐसे में आप हमेशा पीछे रह जाते हैं और कई बार शर्म की वजह से आप बर्बाद भी हो सकते हैं.

अपनी बात सभी के सामने रखने में

अगर आप भी सही और गलत के बीच के फर्क को जानते हैं लेकिन, फिर भी दूसरों के सामने अपनी बातों को रखने या फिर बोलने से कतराते हैं तो आपको कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए. आपको अपने दिल की बातों को सभी के सामने खुलकर रखना चाहिए. अपनी बातों को दूसरों के सामने रखने से आपको कभी भी कतराना या फिर घबराना नहीं चाहिए. चाणक्य नीति के अनुसार इस तरह के जो लोग होते हैं वे जीवन में आगे बढ़ नहीं पाते हैं और हमेशा पीछे छूट जाते हैं.

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पैसों के मामले में

चाणक्य नीति के अनुसार एक इंसान को कभी भी पैसों के मामले में शर्म नहीं करना चाहिए. कई बार ऐसा होता है कि हमारे दोस्तों या फिर रिश्तेदारों ने हमसे पैसे उधर लिए होते हैं लेकिन, हम उनसे यह पैसे वापस मांगने में कतराते हैं या फिर शर्माते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आपको ऐसा करना छोड़ देना चाहिए. आपको अपने दिए हुए पैसे बिना किसी शर्म के वापस मांग लेना चाहिए.

शिक्षा लेने के मामले में

कई बार हम नयी चीजें सीखने की इच्छा तो होती है लेकिन हम इस बात से संकोच या फिर शर्म करते हैं कि जो व्यक्ति हमें शिक्षा दे रहा है वह आपसे छोटा है. चाणक्य नीति के अनुसार एक व्यक्ति को कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए. शिक्षा जिधर से भी मिल रही हो ले लेनी चाहिए. अगर आप शर्म की वजह से शिक्षा प्राप्त नहीं करते हैं तो जीवन में हमेशा पीछे छूट जाते हैं.

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