Lunar Eclipse 2022: सोमवार को साल का पहला चंद्रग्रहण लगने वाला है. वर्ष 2022 का पहला चंद्रग्रहण 16 मई को प्रातः 07:02 से शुरू होकर दोपहर 12:20 बजे तक रहेगा.इस चंद्रग्रहण की समय अवधि लगभग 5 घंटे 18 मिनट की होगी.
पुरानी मान्यताओं के अनुसार एक बार चंद्रमा ने गणेश जी का उपहास कर दिया चंद्रमा को अपने रूप का घमंड बहुत अधिक था चंद्रमा के इस उपहास से गणेश जी को बहुत बुरा लगा और उन्हें क्रोध आ गया क्रोध आने की वजह से उन्होंने चंद्रमा को श्राप दे डाला जिसमें गणेश जी ने चंद्रमा की लाली छीन ली और चंद्रमा आकाश में हमेशा के लिए छुप गया. चंद्रमा को अपनी गलती का एहसास हो गया और उन्होंने गणेश जी से क्षमा याचना की.
चंद्रग्रहण(Lunar Eclipse) तब लगता है जब धरती चांद और सूरज के बीच में आ जाती है. चूंकि चांद सूरज की रौशनी से प्रकाशित रहता है, धरती के बीच में आ जाने से सूरज की किरणें चांद तक नहीं पहुंच पाती हैं. इस वजह से चांद पर अन्धेरा छा जाता है. चांद पर इस अंधेरे का छाना आम भाषा में चंद्रग्रहण या lunar eclipse कहलाया जाता है.
चंद्रग्रहण दो तरह के होते हैं. जब चांद पूरी तरह धरती से ढक जाता है तो यह पूर्ण चंद्रग्रहण कहलाता है. पूर्ण चंद्रग्रहण(Lunar Eclipse) के वक़्त चांद, धरती और सूरज एक सीध में 180 डिग्री का कोण/एंगल बनाते हैं. अर्ध चंद्रग्रहण तब होता है अब चांद का आंशिक हिस्सा धरती से ढक जाता है.
साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा के दिन लग रहा है. बुद्ध पूर्णिमा के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान कर पूजा-पाठ और दान करते हैं. लेकिन ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते. ऐसे में लोग असमंजस में हैं कि क्या इस दिन स्नान-दान जैसे कार्य किए जा सकेंगे या ग्रहण का प्रभाव होगा. आपको बता दें कि, ग्रहण का सूतक काल लगते ही धार्मिक गतिविधियों पर मनाही होती है. ऐसे में जानते हैं साल के पहले चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा या नहीं.
साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को लगेगा. यह चंद्र ग्रहण शाम 05:28 बजे से 07:26 बजे तक रहेगा. यह ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों पर दिखाई देगा.