Chandra Grahan 2022: पिछले मंगलवार को यानी दिवाली के ठीक अगले दिन सूर्यग्रहण लगा था, अब 15 दिनों के अंतराल में ही चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. साल के अखिरी चंद्र ग्रहण को ज्योतिष विज्ञान के अनुसार बहुत ही महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जा रहा है. वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर मंगलवार के दिन लगेगा.
ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक यह चंद्र ग्रहण भारत में थोड़े समय के लिए ही दिखेगा. भारत के साथ ही यह ग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व , उत्तरी अफ्रीका, पश्चिम एशिया सहित कई देशों में दिखेगा.
इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव भारत के भू-भाग पर भी पड़ेगा और उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी गोरखपुर, लखनऊ मुरादाबाद, बरेली, आगरा, मुजफ्फरपुर पर देखा जा सकेगा। इन जगहों पर सूतक काल भी मान्य होगा.इसके पहले साल 2022 में ही चंद्रग्रहण मई महीने में लगा था. 16 मई को बुद्ध और वैशाख पूर्णिमा का समय था. जब साल का पहला चंद्रग्रहण लगा था.
हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार आठ नवंबर को दोपहर बाद 1:32 बजे से शुरू होगा और शाम 7:27 तक रहेगा.
चन्द्रोदय शाम 05:09 PM भारत में ग्रहण की कुल अवधि 01 घन्टा 10 मिनट की होगी.
1. इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए और न ही भगवान की मूर्तियों को स्पर्श करना चाहिए.
2. ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए और सूतक काल में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए.
3. ग्रहण समाप्त होने के बाद ही भोजन करना चाहिए.
4.गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल के दौरान काटने, छीलने या सिलने की मनाही होती है.
5. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और न ही सोना चाहिए.
6. ग्रहण के दौरान तेल लगाना, कपड़े धोना और ताला खोलना आदि काम नहीं करने चाहिए.
7. ग्रहण के दिन जरूरतमंदों व गरीबों को दान देना चाहिए.
8. शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए और शिवमंत्रों का जाप करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से ग्रहण का कुप्रभाव नहीं पड़ता है.
9. ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिर से लेकर अपने पूरे घर को गंगाजल से शुद्ध करना चाहिए.
10. ग्रहण के दिन पितरों के नाम से भी दान करना चाहिए.